शिमलाः उत्तरप्रदेश के हाथरस में युवती के साथ हुई बर्बरता के खिलाफ देश भर में विरोध हो रहा है. वहीं, प्रदेश में भी इस घिनौने कृत्य के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किए जा रहे हैं. इसी कड़ी में वीरवार को एबीवीपी हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई ने कैंपस में धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान पीड़िता को इंसाफ दिलाने की मांग उठाई गई. इस मौके पर छात्र छात्राओं का गुस्सा सत्ताधारियों पर जमकर फूटा.
इकाई उपाध्यक्ष मीनाक्षी शर्मा ने कहा कि एक तरफ सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा देती है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है. आज महिलाएं समाज में असुरक्षित हैं. हाथरस की घटना हमारे समाज का आईना है और मर चुकी इंसानियत का जीता जागता उदाहरण.
एबीवीपी ने मांग की है कि जिस तरह से दरिंदो ने हाथरस में युवती के साथ दुराचार किया और फिर जीभ काटकर उसकी रीढ़ की हड्डी तक तोड़ दी, ऐसे दरिंदों को फांसी की सजा मिलनी चाहिए और न्याय शीघ्र अति शीघ्र मिलना चाहिए.
इस दौरान उत्तर प्रदेश की सरकार को विद्यार्थी परिषद ने चेताया कि ऐसी घटनाओं में न्याय दिलाने में शीघ्रता लाई जानी चाहिए. ऐसी संकीर्ण मानसिकता हमारे समाज के लिए एक धब्बा है. विद्यार्थी परिषद ऐसी घटनाओं की निंदा करती है. इस तरह के मानसिकता रखने वाले दरिंदों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने की एबीवीपी ने मांग की.