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हिमाचल के उद्योगों में बिजली कट पर AAP ने साधा निशाना, सरकार को बताया संवेदनहीन

हिमाचल प्रदेश के औद्योगिक क्षेत्रों में बिजली कट (power cut in Himachal industries) की परेशानी को लेकर सियासत तेज हो गई है. आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि हिमाचल एकमात्र ऐसा राज्य है जो देश के पांच राज्यों को बिजली बेचता है, लेकिन आज हिमाचल में बिजली के कट लग रहे हैं. हिमाचल, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान,दिल्ली जैसे राज्यों को बिजली बेच रहा है फिर भी दिल्ली और पंजाब में आम आदमी की सरकार 24 घंटे लोगों को बिजली प्रदान कर रह है. पंजाब और दिल्ली में पहले बिजली कई कई घंटे गुल रहती थी, लेकिन आज हालात यह है कि वहां 24 घंटे लोगों को बिजली दी जा रही है जिससे लोग राहत की सांस ले रहे हैं.

Himachal Pradesh Aam Aadmi Party Spokesperson Gaurav Sharma.
हिमाचल प्रदेश आम आदमी पार्टी प्रवक्ता गौरव शर्मा.
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Published : Apr 27, 2022, 9:00 PM IST

शिमला: हिमाचल प्रदेश के औद्योगिक क्षेत्रों में बिजली कट (power cut in Himachal industries) लगने पर आम आदमी पार्टी ने प्रदेश की भाजपा सरकार पर निशाना साधा है. साथ ही सरकार को संवेदनहीन करार दिया है. पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता गौरव शर्मा ने भाजपा सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि बिजली उत्पादन करने वाले राज्य हिमाचल में भाजपा सरकार के राज में आज कारखानों में संकट पैदा हो गया है. कारोबारियों और उद्योगपतियों को अपनी फैक्ट्रियों पर ताला लगाने की नौबत आ गई है.

गौरव शर्मा ने कहा कि आलम यह है कि रोजाना 6 घंटों का बिजली का कट लग रहा है, जिससे कारोबार पर संकट पैदा हो गया है. बिजली कट से उद्योगों में उत्पादन पर असर पड़ रहा है, जिससे 30 फीसदी उत्पादन में कमी आई है. उन्होंने कहा कि इस बार हिमाचल मे अच्छी बर्फबारी हुई है, लेकिन फिर भी प्रदेश के औद्योगिक क्षेत्रों में बिजली के कट लग रहे हैं, जिसका असर कारोबार पर पड़ रहा है. इससे सीमेंट, स्टील और टेक्सटाइल के उद्योगों (textile industries in himachal) पर पड़ रहा है.

हिमाचल प्रदेश आम आदमी पार्टी प्रवक्ता गौरव शर्मा. (वीडियो.)

गौरव शर्मा ने कहा कि वैसे तो ऊर्जा मंत्री को आंकड़ों की कोई समझ नहीं है, लेकिन अगर है तो हिमाचल प्रदेश की जनता को ऊर्जा मंत्री को बताना चाहिए कि हिमाचल प्रदेश में कितनी बिजली का उत्पादन हो रहा है. साथ ही किसको कितनी बिजली बेची जा रही है और प्रदेश की जनता और उद्योगपतियों को इस संकट से कब निजात (Gaurav Sharma on On power cut in Himachal industries) मिलेगी. उन्होंने कहा कि भारत की कुल बिजली का 25.9 फीसदी उत्पादन हिमाचल पैदा करता है और मार्च, अप्रैल, मई में सरप्लस पैदावार बिजली की हिमाचल में होती है. उसके बावजूद आज बिजली कट से सीधे तौर पर उद्योगपतियों और आम जनता को कई तरह की परेशानियां झेलनी पड़ रही हैं.

गौरव शर्मा ने कहा कि दूसरी तरफ देखें तो पंजाब जो हिमाचल से बिजली खरीदता है. वहां दिन रात यानी 24 घंटे लोगों को बिजली दी जा रही है जबकि हिमाचल जो सबसे ज्यादा बिजली का उत्पादन करता है वह बिजली संकट से जूझ रहा है. उन्होंने कहा कि हिमाचल में विभिन्न प्रोजेक्टों से करीब 30 हजार मेगावाट बिजली तैयार (power generation in himachal) की जा रही है, लेकिन फिर भी बिजली का संकट गहरा रहा है. आज प्रदेश के उद्योगपतियों को डर सता रहा है कि यदि उनका कारोबार बंद हो गया तो उनका क्या होगा.

उन्होंने कहा, हिमाचल में जयराम सरकार 6-6 घंटे बिजली के कट लगा रही है जिससे कारोबार ठप पड़ रहा है. ऐसे में आम आदमी पार्टी जयराम से पूछती है कि आखिर हिमाचल की जनता को बिजली के लगने वाले कट से कब निजात मिलेगी. उन्होंने कहा कि आज जयराम ठाकुर को अरविंद केजरीवाल मॉडल से सीखने की जरूरत है कि कैसे लोगों को 24 घंटे बिजली प्रदान की जाती है.

ये भी पढ़ें: बिजली संकट की आशंका को देखते हुए अहम भूमिका निभा सकता है हिमाचल

शिमला: हिमाचल प्रदेश के औद्योगिक क्षेत्रों में बिजली कट (power cut in Himachal industries) लगने पर आम आदमी पार्टी ने प्रदेश की भाजपा सरकार पर निशाना साधा है. साथ ही सरकार को संवेदनहीन करार दिया है. पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता गौरव शर्मा ने भाजपा सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि बिजली उत्पादन करने वाले राज्य हिमाचल में भाजपा सरकार के राज में आज कारखानों में संकट पैदा हो गया है. कारोबारियों और उद्योगपतियों को अपनी फैक्ट्रियों पर ताला लगाने की नौबत आ गई है.

गौरव शर्मा ने कहा कि आलम यह है कि रोजाना 6 घंटों का बिजली का कट लग रहा है, जिससे कारोबार पर संकट पैदा हो गया है. बिजली कट से उद्योगों में उत्पादन पर असर पड़ रहा है, जिससे 30 फीसदी उत्पादन में कमी आई है. उन्होंने कहा कि इस बार हिमाचल मे अच्छी बर्फबारी हुई है, लेकिन फिर भी प्रदेश के औद्योगिक क्षेत्रों में बिजली के कट लग रहे हैं, जिसका असर कारोबार पर पड़ रहा है. इससे सीमेंट, स्टील और टेक्सटाइल के उद्योगों (textile industries in himachal) पर पड़ रहा है.

हिमाचल प्रदेश आम आदमी पार्टी प्रवक्ता गौरव शर्मा. (वीडियो.)

गौरव शर्मा ने कहा कि वैसे तो ऊर्जा मंत्री को आंकड़ों की कोई समझ नहीं है, लेकिन अगर है तो हिमाचल प्रदेश की जनता को ऊर्जा मंत्री को बताना चाहिए कि हिमाचल प्रदेश में कितनी बिजली का उत्पादन हो रहा है. साथ ही किसको कितनी बिजली बेची जा रही है और प्रदेश की जनता और उद्योगपतियों को इस संकट से कब निजात (Gaurav Sharma on On power cut in Himachal industries) मिलेगी. उन्होंने कहा कि भारत की कुल बिजली का 25.9 फीसदी उत्पादन हिमाचल पैदा करता है और मार्च, अप्रैल, मई में सरप्लस पैदावार बिजली की हिमाचल में होती है. उसके बावजूद आज बिजली कट से सीधे तौर पर उद्योगपतियों और आम जनता को कई तरह की परेशानियां झेलनी पड़ रही हैं.

गौरव शर्मा ने कहा कि दूसरी तरफ देखें तो पंजाब जो हिमाचल से बिजली खरीदता है. वहां दिन रात यानी 24 घंटे लोगों को बिजली दी जा रही है जबकि हिमाचल जो सबसे ज्यादा बिजली का उत्पादन करता है वह बिजली संकट से जूझ रहा है. उन्होंने कहा कि हिमाचल में विभिन्न प्रोजेक्टों से करीब 30 हजार मेगावाट बिजली तैयार (power generation in himachal) की जा रही है, लेकिन फिर भी बिजली का संकट गहरा रहा है. आज प्रदेश के उद्योगपतियों को डर सता रहा है कि यदि उनका कारोबार बंद हो गया तो उनका क्या होगा.

उन्होंने कहा, हिमाचल में जयराम सरकार 6-6 घंटे बिजली के कट लगा रही है जिससे कारोबार ठप पड़ रहा है. ऐसे में आम आदमी पार्टी जयराम से पूछती है कि आखिर हिमाचल की जनता को बिजली के लगने वाले कट से कब निजात मिलेगी. उन्होंने कहा कि आज जयराम ठाकुर को अरविंद केजरीवाल मॉडल से सीखने की जरूरत है कि कैसे लोगों को 24 घंटे बिजली प्रदान की जाती है.

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