शिमला: हिमाचल प्रदेश में आने वाले कुछ महीनों में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं. ऐसे में सभी राजनीतिक पार्टियों ने कमर कस ली है. वहीं, पंजाब में मिली बड़ी सफलता के बाद उत्साहित आम आदमी पार्टी ने अब पड़ोसी राज्य हिमाचल में कदम बढ़ा दिए हैं. पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश में इसी साल के आखिर में चुनाव होने वाले हैं और आम आदमी पार्टी अभी से अपनी स्थिति मजबूत करने में जुट गई है. इस बार आम आदमी पार्टी हिमाचल प्रदेश में सभी 68 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने जा रही है.
इसी कड़ी में उसने 6 अप्रैल को एक बड़ा रोड शो करने की तैयारी की है. यही नहीं यह रोड शो भी हिमाचल के सीएम जयराम ठाकुर के गृह जिले मंडी में करने की तैयारी है. मंडी जिला भाजपा के अलावा कांग्रेस के लिए भी अहम है, क्योंकि दिवंगत नेता वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह यहीं से सांसद हैं.
बता दें कि 6 अप्रैल को होने वाले रोड शो की अगुवाई पंजाब के सीएम भगवंत मान और पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल करेंगे. इसके साथ ही दिल्ली सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन को हिमाचल का चुनाव प्रभारी बनाया गया है. वहीं, आम आदमी पार्टी में लोगों का जुड़ना भी शुरू हो चुका है.
हाल ही में यूथ कांग्रेस और एनएसयूआई के नेता रहे मनीष ठाकुर ने भी 'आप' पार्टी ज्वाइन कर ली है. इससे कहीं न कहीं कांग्रेस को एक बड़ा झटका माना जा रहा है. वहीं कयास लगाए जा रहे हैं कि अभी कई और बड़े चेहरे 'आप' पार्टी में शामिल हो सकते हैं. मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि मैं सभी लोगों का स्वागत करता हूं और दूसरी पार्टियों में भी अच्छे लोग भी हैं. मैं उनसे आह्वान करता हूं कि वो भी आम आदमी पार्टी को ज्वाइन करें.
जैन ने आगे कहा कि हमें पंजाब की तरह ही हिमाचल में भी अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है. मैं तीन दिन हिमाचल में रहकर आया हूं. वहीं, मनीष सिसोदिया के करीबी रहे रत्नेश गुप्ता पहले ही हिमाचल में पार्टी का प्रभार संभाल रहे हैं उनके साथ दो अन्य नेताओं को भी हिमाचल में तैनात किया गया.
हिमाचल में चुनाव प्रभारी सत्येंद्र जैन का दावा है कि पंजाब में मिली प्रचंड जीत और सरकार बनने का फायदा हिमाचल में भी होगा. इसके पीछे जैन तर्क देते हैं कि पंजाब से हिमाचल की 18 विधानसभा सीटें लगती हुई हैं और 40 विधानसभा सीटों पर पंजाब का असर देखने को मिलेगा. बता दें कि इसी साल नवंबर-दिसंबर 2022 में विधानसभा चुनाव हो सकते हैं. हिमाचल प्रदेश में कुल 68 विधानसभा सीटें हैं, जहां पिछली बार सिर्फ एक चरण में 9 नवंबर को मतदान हुआ था.
ये भी पढ़ें- सोलन बाजार में आम आदमी पार्टी का शक्ति प्रदर्शन, निकाली गई विजय संकल्प रैली