शिमला: राजधानी शिमला में लिफ्ट के पास बन रहा आजीविका भवन जल्द बनकर तैयार होगा. नगर निगम की ओर से ठेकेदार को जल्द काम पूरा करने के निर्देश जारी किए हैं. आजीविका भवन में करीब 224 दुकानें बनाई गई हैं और आजीविका भवन में तिब्बती मार्केट को शिफ्ट किया जाएगा. इसके अलावा शहर में नगर निगम और लोगों के लिए सिरदर्द बने तहबाजारियों को भी यहां दुकानें दी जाएंगी.
यही नहीं भवन निर्माण होने से शिमला शहर की जनता को पार्किंग की सुविधा भी मिलेगी. इसमें वाहनों के लिए पार्किंग, लिफ्ट सुविधा, प्रत्येक फ्लोर में शौचालय, पेयजल सुविधा और सौर ऊर्जा का प्रावधान किया जा रहा है. नई दुकानों के निर्माण कार्य से कारोबारियों और व्यापारियों को बड़ी सुविधा मिलेगी.
लंबे समय से यह प्रोजेक्ट अधर में लटका है. आजीविका भवन के काम को जल्द पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं. दो महीने के भीतर ही इसे पूरा कर मुख्यमंत्री से इसका उद्घाटन करवा कर इन दुकानों को अलॉट कर दिया जाएगा. हालांकि 31 मार्च को इसका उद्घाटन करवाने की योजना थी, लेकिन लिफ्ट का कार्य पूरा न होने के चलते अब नवंबर माह में ही ये बन कर तैयार होगा.
नगर निगम की महापौर सत्या कौंडल ने कहा कि आजीविका भवन के काम में तेजी लाई गई है और दो महीने के भीतर इस भवन में शहर के तहबाजारियों और तिब्बती मार्केट को शिफ्ट किया जाएगा. भवन में लिस्ट पार्किंग और शौचालयों की व्यवस्था की गई है. काफी समय से आजीविका भवन के निर्माण का कार्य चला हुआ है. आजीविका भवन में करीब 224 दुकानों को बनाई गई है.
बाजारों में नहीं बैठ सकेंगे तहबाजारी: आजीविका भवन में जगह मिलने के बाद तहबाजारी बाजारों में दुकानें सजा कर नहीं बैठ सकेंगे. अभी लोअर बाजार, रामबाजार समेत अन्य जगहों पर तहबाजारी अपनी दुकानें सजा रहे हैं. इससे ये बाजार तंग हो गए हैं, लेकिन तहबाजारियों को आजीविका भवन में शिफ्ट करने के बाद इन बाजारों को खाली करवाया जाएगा. किसी को भी खुले बाजार में बैठने की इजाजत नहीं होगी. अभी तक रजिस्टर्ड तहबाजारियों की आड़ में दूसरे तहबाजारी भी बाजारों में बैठ रहे हैं. हालात यह हैं कि रिज मैदान और लक्कड़ बाजार में भी तहबाजारी अपनी दुकानें सजा रहे हैं.
शहर में एक हजार से ज्यादा तहबाजारी: राजधानी में मौजूदा समय में करीब 1065 तहबाजारी हैं, जिनकी वैरिफिकेशन नगर निगम कर रहा है. नगर निगम अब तक 715 तहबाजारियों की वैरिफिकेशन कर चुका है. नगर निगम द्वारा इनको लाइसेंस दिए जा रहे हैं, जिससे कि ये निर्धारित जगहों पर कामकाज कर सकेंगे. इसके बाहर तहबाजारियों को काम नहीं करने दिया जाएगा.
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