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हिमाचल में प्रतिदिन हो रहा 75.81 मीट्रिक टन ऑक्सीजन का उत्पादन: सीएम

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Published : May 12, 2021, 9:38 AM IST

प्रदेश में प्रतिदिन 75.81 मीट्रिक टन ऑक्सीजन का उत्पादन किया जा रहा है, जबकि प्रतिदिन 27.83 मीट्रिक टन ऑक्सीजन का उपयोग हो रहा है. प्रदेश में वर्तमान में 4728 डी-टाइप ऑक्सीजन सिलेंडर तथा 1535 बी-टाइप ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध हैं.

cm jairam thakur
फोटो

शिमला: मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश के स्वास्थ्य संस्थानों में ऑक्सीजन की पर्याप्त आपूर्ति की जा रही है. ऑक्सीजन संयंत्र स्थापित कर आपूर्ति बढ़ाने तथा कोविड के मरीजों की सुविधा के लिए स्वास्थ्य संस्थानों में बिस्तर क्षमता बढ़ाने के लिए निरन्तर प्रयास किए जा रहे हैं.

प्रदेश के कई क्षेत्रों में स्थापित किए जाएंगे ऑक्सीजन संयंत्र

सीएम ने कहा कि वर्तमान में क्षेत्रीय अस्पताल धर्मशाला, दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल शिमला, मेडिकल कॉलेज चम्बा, शिमला, टांडा, नेरचौक, हमीरपुर तथा एमएमयू कुमारहट्टी में ऑक्सीजन संयंत्र क्रियाशील हैं. उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा राज्य के लिए स्वीकृत ऑक्सीजन संयंत्र डीआरडीओ द्वारा नागरिक अस्पताल पालमपुर, क्षेत्रीय अस्पताल मण्डी, जिला शिमला के नागरिक अस्पताल खनेरी तथा रोहडू, क्षेत्रीय अस्पताल सोलन तथा मेडिकल कॉलेज नाहन में शीघ्र स्थापित किए जाएंगे.

केंद्र ने 13 और पीएसए ऑक्सीजन संयंत्र स्वीकृत किए

जयराम ठाकुर ने कहा कि हाल ही में केन्द्र सरकार ने प्रदेश के लिए 13 और पीएसए ऑक्सीजन संयंत्र स्वीकृत किए हैं, जो पालमपुर, मण्डी, घुमारवीं, हमीरपुर, रिकांगपिओ, रत्ती, रामपुर, सराहन, कुल्लू, दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल शिमला, आईजीएमसी शिमला, धर्मशाला तथा नेरचैक में स्थापित किए जाएंगे.

प्रतिदिन 75.81 मीट्रिक टन ऑक्सीजन का उत्पादन

प्रदेश में प्रतिदिन 75.81 मीट्रिक टन ऑक्सीजन का उत्पादन किया जा रहा है, जबकि प्रतिदिन 27.83 मीट्रिक टन ऑक्सीजन का उपयोग हो रहा है. प्रदेश में वर्तमान में 4728 डी-टाइप ऑक्सीजन सिलेंडर तथा 1535 बी-टाइप ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध हैं. प्रदेश में निजी क्षेत्र में ऑक्सीजन के उत्पादन के लिए 8 औद्योगिक ईकाइयां कार्य कर रही हैं तथा प्रतिदिन 57.03 मीट्रिक टन ऑक्सीजन उत्पादन किया जा रहा है.

वहीं, प्रदेश सरकार ने केन्द्र से राज्य को 5000 डी-टाइप तथा 3000 बी-टाइप ऑक्सीजन सिलेंडर प्रदान करने का आग्रह किया है. उन्होंने कहा कि केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने प्रदेश को 75000 पीपीई किट तथा 75000 एन-95 मास्क प्रदान किए हैं.

मेक शिफ्ट अस्पतालों में बढ़ाई जाएंगी बिस्तरों की संख्या

जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार अस्पतालों में कोविड के मरीजों की बढ़ती संख्या के दृष्टिगत बिस्तर क्षमता बढ़ाने के भी हर संभव प्रयास कर रही है. वर्तमान में प्रदेश के विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों में लगभग 3700 बिस्तर क्षमता हैं तथा इनमें से लगभग 50 प्रतिशत बिस्तर अभी भी मरीजों के लिए उपलब्ध हैं. प्रदेश में 244 आईसीयू तथा 1804 ऑक्सीजन युक्त बिस्तरों की भी सुविधा उपलब्ध है. उन्होंने कहा कि शीघ्र ही मेकशिफ्ट अस्पतालों में 1100 बिस्तरों की बढ़ोतरी की जाएगी.

ये भी पढ़ें- अस्पतालों में बेड की व्यवस्था पर ग्राउंड रिपोर्ट, जाने कहां कितने हैं खाली...कितने हैं मरीजों से भरे

शिमला: मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश के स्वास्थ्य संस्थानों में ऑक्सीजन की पर्याप्त आपूर्ति की जा रही है. ऑक्सीजन संयंत्र स्थापित कर आपूर्ति बढ़ाने तथा कोविड के मरीजों की सुविधा के लिए स्वास्थ्य संस्थानों में बिस्तर क्षमता बढ़ाने के लिए निरन्तर प्रयास किए जा रहे हैं.

प्रदेश के कई क्षेत्रों में स्थापित किए जाएंगे ऑक्सीजन संयंत्र

सीएम ने कहा कि वर्तमान में क्षेत्रीय अस्पताल धर्मशाला, दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल शिमला, मेडिकल कॉलेज चम्बा, शिमला, टांडा, नेरचौक, हमीरपुर तथा एमएमयू कुमारहट्टी में ऑक्सीजन संयंत्र क्रियाशील हैं. उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा राज्य के लिए स्वीकृत ऑक्सीजन संयंत्र डीआरडीओ द्वारा नागरिक अस्पताल पालमपुर, क्षेत्रीय अस्पताल मण्डी, जिला शिमला के नागरिक अस्पताल खनेरी तथा रोहडू, क्षेत्रीय अस्पताल सोलन तथा मेडिकल कॉलेज नाहन में शीघ्र स्थापित किए जाएंगे.

केंद्र ने 13 और पीएसए ऑक्सीजन संयंत्र स्वीकृत किए

जयराम ठाकुर ने कहा कि हाल ही में केन्द्र सरकार ने प्रदेश के लिए 13 और पीएसए ऑक्सीजन संयंत्र स्वीकृत किए हैं, जो पालमपुर, मण्डी, घुमारवीं, हमीरपुर, रिकांगपिओ, रत्ती, रामपुर, सराहन, कुल्लू, दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल शिमला, आईजीएमसी शिमला, धर्मशाला तथा नेरचैक में स्थापित किए जाएंगे.

प्रतिदिन 75.81 मीट्रिक टन ऑक्सीजन का उत्पादन

प्रदेश में प्रतिदिन 75.81 मीट्रिक टन ऑक्सीजन का उत्पादन किया जा रहा है, जबकि प्रतिदिन 27.83 मीट्रिक टन ऑक्सीजन का उपयोग हो रहा है. प्रदेश में वर्तमान में 4728 डी-टाइप ऑक्सीजन सिलेंडर तथा 1535 बी-टाइप ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध हैं. प्रदेश में निजी क्षेत्र में ऑक्सीजन के उत्पादन के लिए 8 औद्योगिक ईकाइयां कार्य कर रही हैं तथा प्रतिदिन 57.03 मीट्रिक टन ऑक्सीजन उत्पादन किया जा रहा है.

वहीं, प्रदेश सरकार ने केन्द्र से राज्य को 5000 डी-टाइप तथा 3000 बी-टाइप ऑक्सीजन सिलेंडर प्रदान करने का आग्रह किया है. उन्होंने कहा कि केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने प्रदेश को 75000 पीपीई किट तथा 75000 एन-95 मास्क प्रदान किए हैं.

मेक शिफ्ट अस्पतालों में बढ़ाई जाएंगी बिस्तरों की संख्या

जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार अस्पतालों में कोविड के मरीजों की बढ़ती संख्या के दृष्टिगत बिस्तर क्षमता बढ़ाने के भी हर संभव प्रयास कर रही है. वर्तमान में प्रदेश के विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों में लगभग 3700 बिस्तर क्षमता हैं तथा इनमें से लगभग 50 प्रतिशत बिस्तर अभी भी मरीजों के लिए उपलब्ध हैं. प्रदेश में 244 आईसीयू तथा 1804 ऑक्सीजन युक्त बिस्तरों की भी सुविधा उपलब्ध है. उन्होंने कहा कि शीघ्र ही मेकशिफ्ट अस्पतालों में 1100 बिस्तरों की बढ़ोतरी की जाएगी.

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