शिमला: देश की सबसे बड़ी भूमिगत विद्युत परियोजना नाथपा-झाकड़ी बीते वर्ष केंद्र विद्युत मंत्रालय द्वारा दिए गए लक्ष्य को पूरा नहीं कर पाई, लेकिन इस बार भारी बर्फबारी होने से मंत्रालय द्वारा दिए गए लक्ष्य को पूरा करेगी. ये जानकारी परियोजना प्रमुख एसजेवीएनइल संजीव सूद ने दी.
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परियोजना प्रमुख संजीव सूद ने बताया कि केंद्र विद्युत मंत्रालय ने इस वर्ष 6850 मिलियन यूनिट बिजली उत्पादन का लक्ष्य निर्धारित किया है, जिससे इस साल समय रहते पूरा कर लिया जाएगा. अप्रैल तक परियोजना में 541 मिलियन यूनिट बिजली का उत्पादन हो चुका है, जो पिछले16 सालों का दूसरा बड़ा रिकॉर्ड है.
परियोजना प्रमुख संजीव सूद ने बताया कि बीते साल परियोजना के तहत केवल 6500 मिलियन यूनिट बिजली का ही उत्पादन हुआ था, जबकि लक्ष्य 7100 मिलियन यूनिट उत्पादन का था. उन्होंने बताया कि पिछली साल कम बिजली उत्पादन होने की वजह सतलुज नदी में पानी कम होना है. बता दें कि 1500 मैगावॉट की नाथपा-झाकड़ी एशिया की सबसे बड़ी भूमिगत जलविद्युत परियोजना है.
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एसजेवीएनइल हर साल करीब 9100 मेगावाट बिजली का उत्पादन विभिन्न विद्युत परियोजनाओं से कर रहा है. एसजेवीएनइल प्रदेश के अलावा पड़ोसी राज्यों को भी विद्युत आपूर्ति करता है.