शिमला: हिमाचल में पहले चरण में 3760 स्वास्थ्य कर्मचारियों वैक्सीन दी जाएगी. स्वास्थ्य विभाग ने इसकी तैयारी पूरी कर दी है. प्रदेश के सभी 12 जिलों में 45 स्थानों पर वैक्सीन की 393 वाइल की जरूरत होगी.
इन कर्मचारियों दी जाएगी वैक्सीन
जिन कर्मचारियों को वैक्सीन लगनी है, उनमें एंबुलेंस ड्राइवर, स्टाफ नर्स, डॉक्टर, लैब टेक्नीशियन, आशा वर्कर, सफाई कर्मचारी, चपरासी, फार्मासिस्ट समेत स्वास्थ्य विभाग से संबंधित अन्य स्टॉफ शामिल है. इनमें मंडी, कांगड़ा और शिमला जिला में 500 से ज्यादा स्वास्थ्यकर्मी चयनित हैं.
वहीं, कोविड-19 टीकाकरण को प्रभावी रूप से कार्यान्वित करने के लिए राज्य सरकार ने मुख्य स्वास्थ्य सचिव अमिताभ अवस्थी, राज्य स्तरीय संचालन समिति सचिव स्वास्थ्य, राज्य टास्क फोर्स, जिला स्तर पर उपायुक्त की अध्यक्षता में जिला टास्क फोर्स और खंड स्तर पर उपमंडलाधिकारी की अध्यक्षता में खंड टास्क फोर्स का गठन किया है.
सभी जिलों में वैक्सीन स्टोर स्थापित
इसके अलावा राज्य के सभी 12 जिलों में जिला वैक्सीन स्टोर स्थापित किए गए हैं. चिकित्सा महाविद्यालयों, खंड स्तर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में भी 371 स्टोर बनाए गए हैं. उन्होंने कहा कि प्रत्येक लॉन्च साइट के लिए वैक्सीन के 10 प्रतिशत अपव्यय के साथ संभावित वैक्सीन आवंटन की गणना की जाएगी. हिमाचल में 386 कोल्ड चेन प्वाइंट बनाए गए हैं.
लोगों को करें जागरूक
इसके अलावा मुखयमंत्री ने कहा कि इस टीकाकरण से संबंधित जानकारी सूचना शिक्षा एवं संचार सामग्री तैयार कर पंचायत स्तर पर उपलब्ध करवाई जानी चाहिए, ताकि लोगों को इस टीकाकरण से संबंधित जानकारी के बारे जागरूक किया जा सके.
खोली गई वैक्सीन का 4 घंटे अंदर उपयोग
एक बार खोली गई वैक्सीन की शीशी का उपयोग चार घंटे के अंदर ही करना होगा. वर्तमान आवंटन में फर्स्ट इन फर्स्ट आउट के साथ लाभार्थी के लिए दूसरी डोज सुरक्षित की जाएगी. राज्य ने लाभार्थियों के अनुसार एडी सिरिंज पर्याप्त मात्रा में प्राप्त की हैं और उन्हें जिलों को वितरित कर दिया गया है.
क्षेत्रीय वैक्सीन स्टोर
किसी भी स्थिति से निपटने के लिए 0.5 मिली लीटर एडी सिरिंजों का ज्यादा भंडारण राज्य वैक्सीन स्टोर परिमहल शिमला और क्षेत्रीय वैक्सीन स्टोर मंडी व धर्मशाला में किया गया है.
4 से 5 हजार लोगों को एक दिन में लगेगा टीका
स्वास्थ्य सचिव अमित अवस्थी ने कहा कि एक दिन में 4 से 5 हजार लोगों को टीका लगा सकता है. आईजीएमसी और टांडा में दो सैंटर ऐसे होगे जो कि वेव टेकनोलॉजी के माध्यम से भारत सरकार के साथ जुड़े रहेंगे.
उन्होंने कहा कि वहीं, एक व्यक्ति को दो डोज लगेगी तो प्रथम चरण में 41 से 42 हजार लोगों को यह डोज लगाई जा सकती है. कोविड-19 टीकाकरण के लिए राज्य मुख्यालय में 2 जनवरी 2021 को जिला मुखयालयों में 8 जनवरी को और 11 जनवरी को पूर्ण राज्य में ड्राई रन के तीन चरण आयोजित किए गए थे. रेफरल तंत्र स्थापित करने और कोविन ऐप पर रिपोर्ट के लिए सेशन साइट वैक्सीनेटर को प्रतिकूल घटना अनुगामी प्रबंधन प्रशिक्षण दिया गया है.