शिमला: हिमाचल प्रदेश में मानसून सीजन (MONSOON SEASON IN HIMACHAL) के दौरान भारी बरसात ने कहर बरपाया है. प्रदेश में 29 जुलाई से 6 सितम्बर तक अब तक विभिन्न दुर्घटनाओं में 313 लोगों की जान जा (Deaths during rainy season in HP) चुकी है. इस दौरान 2129.583 लाख निजी संपत्ति को नुकसान हुआ है, जबकि इस दौरान अलावा लोक निर्माण विभाग और जलशक्ति विभाग के साथ विभिन्न सरकारी विभागों को 1,97,718.96 लाख का नुकसान हुआ है.
हिमाचल में 70 दिन में 313 लोगों की मौत: हिमाचल में इस साल बरसात के मौसम (rainy season in himachal) में जानमाल का भारी नुकसान हुआ है. 70 दिनों में हिमाचल के विभिन्न जिलों में 313 लोगों की जान गई है. इस सीजन में सबसे अधिक मंडी जिले में 53 लोगों की मौत हुई है. बिलासपुर जिले में 12, चंबा में 36, हमीरपुर में 11, कांगड़ा में 27, किन्नौर में 4, कुल्लू में 37, लाहौल स्पीति में 8, मंडी में 53, शिमला में 49, सिरमौर में 28, सोलन में 18 और ऊना जिले में 30 लोगों की मौत हुई है. वहीं, बरसात के मौसम में पिछले 70 दिनों में 602 लोग घायल हुए हैं, जबकि 9 लोग अभी भी लापता हैं. बिलासपुर जिले में 30 लोग घायल हुए हैं. वहीं, चंबा में 61, हमीरपुर में 6, कांगड़ा में 1, किन्नौर में 5, कुल्लू में 21, लाहौल स्पीति में 29, मंडी में 82, शिमला में 120, सिरमौर में 60, सोलन में 91 और ऊना जिले में 96 लोग घायल हुए हैं.
हिमाचल में बरसात का कहर | ||
जिला | मौत | घायल |
बिलासपुर | 12 | 30 |
चंबा | 36 | 61 |
हमीरपुर | 11 | 6 |
कांगड़ा | 27 | 1 |
किन्नौर | 4 | 5 |
कुल्लू | 37 | 21 |
लाहौल स्पीति | 8 | 29 |
मंडी | 53 | 82 |
शिमला | 49 | 120 |
सिरमौर | 28 | 60 |
सोलन | 18 | 91 |
ऊना | 30 | 96 |
कुल | 313 | 602 |
70 दिनों में 776 पशु-पक्षियों की मौत: बरसात के मौसम में पिछले 70 दिनों में हिमाचल के विभिन्न जिलों में 776 पशुओं की मौत हुई है. सबसे अधिक शिमला जिले में 476 पशु-पक्षियों की जान गई है. बिलासपुर जिले में 37, चंबा में 59, हमीरपुर में 4, कांगड़ा में 72, कुल्लू में 6, मंडी में 93, शिमला में 476, सिरमौर में 21, सोलन में 6 और ऊना जिले में 2 पश-पक्षियों की मौत हुई है. जबकि इस दौरान किन्नौर और लाहौल स्पीति में एक भी पशु-पक्षी की जान नहीं गई है.
निजी संपत्ति को नुकसान: बरसात के मौसम में हिमाचल कि विभिन्न जिलों में पिछले 70 दिनों 2129.583 लाख का नुकसान (DAMAGE DURING MONSOON SEASON IN HIMACHAL) हुआ है. सबसे अधिक चंबा जिले में 456.03 लाख का नुकसान हुआ है. बिलासपुर जिले में 92.64 लाख, चंबा में 456.03 लाख, हमीरपुर में 52.472 लाख, कांगड़ा में 306.346 लाख, किन्नौर में 80.66 लाख, कुल्लू में 321.318 लाख, लाहौल स्पीति में 0.8 लाख, मंडी में 498.5 लाख, शिमला में 261.7 लाख, सिरमौर में 38.247 लाख, सोलन में 7.98 लाख और ऊना जिले में 12.89 लाख का नुकसान हुआ है.
बरसात को मौसम में प्रदेश में 34 पक्के मकान और 138 कच्चे मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए हैं, जबकि पिछले 70 दिनों में 103 पक्के मकान और 759 कच्चे मकानों को आंशिक रूप से नुकसान पहुंचा है.
मानसून सीजन में सरकारी संपत्ति को नुकसान: वहीं, बरसात के मौसम में हिमाचल में सरकारी संपत्ति को भी भारी नुकसान (DAMAGE DURING MONSOON SEASON IN HIMACHAL) हुआ है. बरसात के मौसम में प्रदेश में विभिन्न सरकारी विभाग को 1,97,718.96 लाख को नुकसान हुआ है. इस सीजन में सबसे अधिक मंडी जिले में 726.05 लाख का नुकसान हुआ है. बिलासपुर जिले में 149.63 लाख, चंबा में 608.18 लाख, हमीरपुर में 96.47 लाख, कांगड़ा में 420.11 लाख, किन्नौर में 96.66 लाख, कुल्लू में 470.12 लाख, लाहौल स्पीति में 32.80 लाख, मंडी में 726.05 लाख, शिमला में 458 लाख, सिरमौर में 156.65 लाख, सोलन में 80.78 लाख और ऊना जिले में 133.22 लाख का नुकसान हुआ है.
बरसात के मौसम में कृषि विभाग को 7282.5 लाख, बागवानी विभाग को 43 लाख लोक निर्माण विभाग को 97,884 लाख, आईपीएच विभाग को 83,068.9 लाख, बिजली विभाग को 2210 लाख, शिक्षा विभाग को 1.7 लाख, ग्रामीण विकास को 1679.48 लाख और शहरी विकास विभाग को 2120.55 लाख का नुकसान हुआ है.
ये भी पढ़ें: मंडी में 6 मील के पास भारी भूस्खलन, चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे बंद