शिमलाः कोविद-19 के चलते प्रदेश में 2,257 लोगों को निगरानी में रखा गया. प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि इन लोगों में से 636 निगरानी के 28 दिन का जांचक्रम पूरा कर चुके हैं. गुरुवार को कोविड-19 के लिए 34 व्यक्तियों की जांच की गई और सभी नकारात्मक पाए गए हैं.
सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि कोरोना वायरस के लिए राज्य में अब तक 133 व्यक्तियों की जांच की जा चुकी है. प्रदेश के सभी उपायुक्तों और पुलिस अधीक्षकों के साथ वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम को शहरी क्षेत्रों के प्रमुख डिपार्टमेंटल स्टोरों के माध्यम से लोगों को होम डिलीवरी की संभावना का पता लगाने का भी निर्देश दिए, जो सामाजिक दूरी को बनाए रखने में एक लंबा रास्ता तय करेगा.
मुख्य सचिव अनिल कुमार खाची ने कहा कि शहरी स्वच्छता को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए और स्वच्छता कर्मियों को सुरक्षा उपकरण प्रदान करने के लिए पर्याप्त व्यवस्था की जाए ताकि वे संक्रमण के संपर्क में न आएं.
उन्होंने कहा कि शहरी स्थानीय निकायों और पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधियों को सामाजिक दूरी का महत्व समझाने के उद्देश्य से बेहतर समन्वय और लोगों को जागरूक करने के लिए शामिल करना चाहिए. अतिरिक्त मुख्य सचिव, स्वास्थ्य आरडी धीमान ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग इस वायरस से निपटने के लिए बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में लोगों को जागरुक करने के अलावा कोविड-19 के खतरे से निपटने के लिए सभी प्रयास सुनिश्चित कर रहा है.
पुलिस महानिदेशक एसआर मरडी ने मुख्यमंत्री को आश्वासन दिया कि कर्फ्यू में ढील के दौरान सामाजिक दूरी की प्रभावी ढंग से निगरानी करने में पुलिस अतिरिक्त सतर्कता बरतेगी. मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव संजय कुंडू ने कहा कि कर्फ्यू में छूट के दौरान शराब के ठेकों के अंदर और बाहर भीड़ को हतोत्साहित किया जाना चाहिए.
ये भी पढ़ें- COVID-19: हिमाचल में अब रोज 6 घंटे मिलेगी कर्फ्यू में ढील