शिमला: प्रदेश के किसान-बागवान अब अपने उत्पाद ऑन लाइन भी बेच सकेंगे. इसके लिए केंद्र ने ई-नेम प्रोजेक्ट के तहत हिमाचल की 19 मंडियों का चयन किया है. इस प्रोजेक्ट में किसानों-बागवानों के उत्पादन ऑनलाइन बेचे जाने का प्रावधान है. इस व्यवस्था में राष्ट्रीय कृषि बाजार से जुड़ीं देशभर की 100 से ज्यादा मंडियों में हिमाचल का किसान-बागवान प्रदेश की चयनित 19 मंडियों में बैठकर देश के किसी भी कोने में अपने उत्पाद बेच सकता है. उत्पाद ऑनलाइन बिकते ही किसानों के बैंक खाते में सीधे पेमेंट हो जाएगा.
मार्केटिंग बोर्ड के अध्यक्ष बलदेव भंडारी ने कहा कि 111 करोड़ से प्रदेश में नई सब्जी और फल मंडियों का निर्माण होगा. ढली सब्जी मंडी का विस्तार पर 15 करोड़, शिलारु में नई सब्जी मंडी पर 7 करोड़ का खर्च होगा. खड़ापत्थर मंडी का काम भी चल रहा है. रोहड़ू के मेहण्दली में 20 करोड़ की लागत से मंडी बनेगी. सिरमौर के सराहा में 3 करोड़ की लागत से बड़ी मंडी बनाए जाना प्रस्तावित है.
उन्होंने कहा कि ऊना रामपुर में भी 29 करोड़ की लागत से मंडी बनेगी, जिसके लिए फिलहाल साढ़े 6 करोड़ मंजूर किए गए हैं. परवाणू में 6 करोड़ की बड़ी सेब की मंडी बनाने का प्रयास जारी है. कुल्लू व पराला में भी मंडियों का विस्तार किया जाएगा. बलदेव भंडारी ने कहा कि 15 मंडियों के लिए 6.75 करोड़ ई नेम के पैकिंग ग्रिडिंग खर्च करने जा रहे हैं.
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