किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर के कल्पा खंड के पुरबनी गांव में शुक्रवार को करीब साढ़े 3 बजे आगजनी की घटना सामने आई. इस हादसे में पुरबनी के ग्रामीणों के 12 मकान जलकर राख हो गए जिसमें 4 लोगों का परिवार पूरी तरह बेघर हो गया.
इस आग की घटना से पूरे गांव में मातम छा गया. पुरबनी गांव मे लगी आग इतनी भयानक थी कि दो दिनों से इस आग का धुआं और आग की लपटे अबतक बुझ पाई है. ग्रामीण आगजनी की घटना वाले स्थान पर घर से निकाले गए सामान को इधर-उधर करने में लगे हुए हैं.
जिला के पुरबनी गांव के मध्य गांव मे लगी आग से ग्रामीणों के करोड़ों की संपदा जलने की आशंका है. नायब तहसीदार कल्पा और उनकी पूरी राजस्व की टीम नुकसान का आंकलन लगा रही है. नायब तहसीलदार कल्पा गोपाल कृष्ण ने बताया कि शुक्रवार से अब तक लगातार आगजनी की घटना के समीप राजस्व विभाग नुकसान के आंकलन कर रहा है.
नायब तहसीलदार कल्पा गोपाल कृष्ण ने बताया कि राजस्व विभाग को पीड़ित परिवारों को राहत राशि, राशन, कम्बल और दूसरी सुविधाएं दे रहा है जिससे पीड़ितों को परेशानी न हो. उन्होंने बताया कि अब तक पुरबनी गांव मे आगजनी की घटना के बाद लकड़ी के मकानों से धुआं लगातार निकल रहा है. ऐसे में दमकल विभाग मकान के सामान की अलग करने के साथ ही आग को बुझाने में लगा हुआ है.
बता दें कि जिला के पुरबनी गांव मे शुक्रवार को भी लोगों और दमकल विभाग ने आग बुझाने के लगातार प्रयास किए लेकिन लकड़ी के मकान होने की वजह से आग पर काबू पाना काफी मुश्किल साबित हो रहा था. मध्य रात्रि तक आग पर काफी काबू पाया गया और आगजनी के घटना वाले स्थान के साथ दूसरे मकान और गांव के मंदिर को बचाया गया. पूरा गांव आगजनी की घटना से परेशान है.
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