नाहन: जिला मुख्यालय से होकर गुजरने वाला नाहन-कुम्हारहट्टी नेशनल हाईवे 907-ए की खस्ताहाली को दूर करने के लिए उच्च गुणवत्ता के साथ टारिंग का कार्य किया जा रहा है. नेशनल हाईवे अथॉरिटी विभाग द्वारा 9 किलोमीटर की टारिंग के कार्य को पूरा भी कर लिया गया है.
करीब साढ़े 5 करोड़ रुपये की लागत से नाहन से बनेठी तक यह कार्य किया जाना है. इसी के तहत बुधवार को नाहन शहर की एचआरटीसी वर्कशॉप रोड से यशवंत चौक तक सड़क की टारिंग की गई. टारिंग के कार्य में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जा रहा है. लिहाजा नेशनल हाईवे अथॉरिटी के नाहन स्थित एक्सईएन अनिल शर्मा ने भी आज स्वयं मौके पर पहुंचकर कार्य का जायजा लिया.
दरअसल साढ़े पांच करोड़ की लागत से तैयार हो रहे 20 किलोमीटर सड़क के हिस्से को आधुनिक मशीनों के द्वारा तैयार किया जा रहा है. सड़क की मजबूती बनी रहे, इसके लिए ब्रांडेड केमिकल का भी इस्तेमाल किया जा रहा है. सड़क पर बिछाई जा रही टारिंग की थिकनेस 40 एमएम रखी गई है.
नेशनल हाईवे अथॉरिटी के एक्सईएन अनिल शर्मा ने बताया कि नाहन-दोसड़का से बनेठी तक टारिंग का कार्य जल्द पूरा कर लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि टारिंग के दौरान मटेरियल की पूरी गुणवत्ता बनी रहे, इसके लिए मौके पर एनएच विभाग के अधिकारी मौजूद हैं और कार्य की जांच भी कर रहे हैं.
बता दें कि उत्तराखंड सहित सिरमौर जिला से लोग इसी हाईवे से होकर राजधानी शिमला पहुंचते हैं. लिहाजा 20 किलोमीटर के खस्ताहाल हिस्से की मरम्मत के बाद लोगों को भी समस्या से निजात मिल सकेगी.
ये भी पढ़ें: उपचुनाव में बीजेपी के खिलाफ वोट करेगी संयुक्त किसान मोर्चा, तीनों कृषि कानून वापस लेने की मांग