नाहन: आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के लिए होने वाले साक्षात्कार से पहले ही जिला सिरमौर के कमरउ तहसील के मंगोल टिपरी गांव में मामला गरमा गया है. यहां पर संबंधित विभाग की ओर से फीडर एरिया सर्टिफिकेट जारी न किए जाने पर ग्रामीणों सहित आवेदक महिलाओं ने कई आरोप जड़े (Sirmaur Anganwadi workers met DC) है. बुधवार को ग्रामीण व आवेदक महिलाएं इस संदर्भ में शिकायत लेकर जिला मुख्यालय नाहन पहुंची और डीसी सिरमौर को पूरे मामले से अवगत करवाते हुए मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा.
ग्रामीणों ने स्पष्ट शब्दों में इस मामले में उचित कार्रवाई करने और आमरण अनशन की चेतावनी तक दे डाली है. ग्रामीणों का कहना था कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के पदों को भरने के लिए साक्षात्कार आयोजित किए (Womens submitted memorandum to DC Sirmaur) हैं, जिसके जमा करवाने की अंतिम तिथि 17 मार्च रखी गई है, लेकिन मंगोल टिपरी गांव में स्थाई निवासी होने के बावजूद भी आवेदक महिलाओं को फीडर एरिया सर्टिफिकेट जारी नहीं किया जा रहा है.
जिसके चलते वह लगातार विभाग के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन कुछ नहीं बन रहा (feeder area certificate demand) है. उन्होंने मुख्यमंत्री व जिला प्रशासन से मांग करते हुए कहा कि जब तक इस मामले में उचित कार्रवाई नहीं होती तब तक उक्त साक्षात्कार पर रोक लगा दी जाए. उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि इस मामले में उचित कार्रवाई नहीं होती तो ग्रामीण विभाग के कार्यालय पर आमरण अनशन करने को मजबूर होंगे.
वहीं, मंगोल टिपरी से ताल्लुल रखने वाली महिला आवेदक प्रियंका देवी, मीना कुमारी व अन्य महिलाओं ने बताया कि उन्होंने गांव में निकली आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के साक्षात्कार के लिए आवेदन करना था और वे यहां के स्थाई निवासी है. बावजूद इसके उन्हें फीडर एरिया सर्टिफिकेट जारी नहीं किया जा रहा है, जिसके चलते उन्हें साक्षात्कार से वंचित रहना पड़ रहा है. ऐसे में जिला प्रशासन से मांग है कि उन्हें सर्टिफिकेट जारी करवाया जाए. वहीं, इस मामले में डीसी सिरमौर राम कुमार गौतम ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन देते हुए संबंधित विभाग को इस दिशा में उचित दिशा निर्देश जारी किए.
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