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हिमाचल सरकार की इस योजना से राकेश के सपनों ने भरी उड़ान, 12 को रोजगार भी करवाया उपलब्ध - benefit of Mukhyamantri Swavalamban Yojana

हिमाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना बेरोजगार युवाओं के लिए काफी लाभदायक साबित हो रही है. मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना के लाभार्थी पांवटा साहिब (HP Mukhyamantri Swavalamban Yojana) के हीरपुर गांव के निवासी 36 वर्षीय राकेश कुमार पुत्र जैसी राम ने बताया कि उनके परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण वह 12वीं तक ही शिक्षा ग्रहण कर पाए. उनका सपना था कि वह स्वरोजगार के साधन सृजित कर अपने परिवार के साथ बेहतर जीवन यापन कर सकें, लेकिन धन के अभाव की वजह से कोई भी व्यवसाय नहीं कर पा रहे थे. पूरी कहानी के लिए आगे पढ़ें...

Rakesh Kumar of Paonta Sahib
हिमाचल सरकार की इस योजना से राकेश के सपनों ने भरी उड़ान
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Published : May 22, 2022, 4:32 PM IST

नाहन: हिमाचल प्रदेश की जयराम सरकार द्वारा चलाई जा रही महत्वकांशी मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना बेरोजगार युवाओं के लिए काफी लाभदायक साबित हो रही है. इसी कड़ी में 12वीं पास एक 36 वर्षीय युवक राकेश के सपनों को भी मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना ने उड़ान दी है. इस योजना का लाभ उठाकर न केवल राकेश खुद स्वावलंबी बनी, बल्कि 10 से 12 युवाओं को उन्होंने रोजगार भी उपलब्ध करवाया है. मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना के लाभार्थी पांवटा साहिब (HP Mukhyamantri Swavalamban Yojana) के हीरपुर गांव के निवासी 36 वर्षीय राकेश कुमार पुत्र जैसी राम ने बताया कि उनके परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण वह 12वीं तक ही शिक्षा ग्रहण कर पाए. उनका सपना था कि वह स्वरोजगार के साधन सृजित कर अपने परिवार के साथ बेहतर जीवन यापन कर सकें, लेकिन धन के अभाव की वजह से कोई भी व्यवसाय नहीं कर पा रहे थे.

राकेश कुमार ने पारिवारिक परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए कई वर्षों तक एक निजी कंपनी में कार्य किया, लेकिन कोरोना महामारी के कारण देश में लॉकडाउन लग गया, जिससे कंपनी ने उनका वेतन आधा कर दिया. बस यही समय था जब उन्होंने ठाना कि निजी कंपनी में नौकरी न करके स्वयं का व्यवसाय शुरू करेंगे. राकेश कुमार ने सरकारी योजनाओं के संबंध में जिला मुख्यालय नाहन के कार्यालयों में जाकर जानकारी इकट्ठी की. उन्हें जिला उद्योग केंद्र नाहन से मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना की जानकारी मिली और इसके संबंध में उन्होंने सभी उौपचारिकताएं पूर्ण कर 22 लाख रुपये की कार्य योजना स्वीकृत करवाई. साथ ही उन्हें इस योजना के तहत 6.25 लाख रुपये का उपदान मिला है.

वीडियो.

उन्होंने जिला सिरमौर के माजरा में राजवी साल्वेंट प्राइवेट लिमिटेड नाम से अक्तूबर 2020 में कार्य आरंभ किया और टॉयलेट क्लीनर, वाशिंग पाउडर, फिनाइल, डिशवाश व हैंडवाश इत्यादि उत्पाद निर्मित करने आरंभ किए. राकेश कुमार बताते हैं कि उनकी कंपनी में 10 से 12 बेरोजगार युवाओं को रोजगार उपलब्ध करवाया गया है. उनके उत्पाद उतराखंड, पांवटा साहिब, नाहन व स्थानीय स्तर पर घर-घर जाकर बेचे जा रहे हैं, जिनसे उन्हें अच्छा मुनाफा हो रहा है.

जिले में अब तक 567 इकाईयां की गई स्थापित: वहीं, पूछे जाने पर महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र नाहन ज्ञान सिंह चौहान ने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा जिला सिरमौर में अब तक मुख्यमंत्री स्वाबलंबन योजना के तहत 567 इकाईयों को स्थापित कर 19 करोड़ 59 लाख रुपये अनुदान के रूप में प्रदान किए गए हैं. वित वर्ष 2022-23 के लिए भी इस योजना में 315 लाभार्थियों को ऋृण प्रदान करने का लक्ष्य रखा गया है.

Rakesh Kumar of Paonta Sahib
हिमाचल सरकार की इस योजना से राकेश के सपनों ने भरी उड़ान

1 करोड़ रुपए तक के निवेश का प्रावधान: बता दें कि वर्तमान प्रदेश सरकार द्वारा युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए 18 से 45 वर्ष तक के पुरुषों व 18 से 50 वर्ष तक की महिलाओं के लिए अनेकों प्रोत्साहन योजनाएं चलाई जा रही हैं. इसी दिशा में युवाओं में कौशल विकास व स्वरोजगार सृजन के अतिरिक्त उन्हें स्वाबलंबी बनाने के लिए मुख्यमंत्री स्वाबलंबन योजना क्रियान्वित की जा रही है. इस योजना के अंर्तगत 1 करोड़ रुपये तक की मशीनरी व संयंत्र में निवेश पर 25 प्रतिशत का निवेश उपदान, जबकि महिलाओं के लिए 30 प्रतिशत और विधवा महिला को 35 प्रतिशत उपदान उपलब्ध करवाने का प्रावधान है.

नाहन: हिमाचल प्रदेश की जयराम सरकार द्वारा चलाई जा रही महत्वकांशी मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना बेरोजगार युवाओं के लिए काफी लाभदायक साबित हो रही है. इसी कड़ी में 12वीं पास एक 36 वर्षीय युवक राकेश के सपनों को भी मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना ने उड़ान दी है. इस योजना का लाभ उठाकर न केवल राकेश खुद स्वावलंबी बनी, बल्कि 10 से 12 युवाओं को उन्होंने रोजगार भी उपलब्ध करवाया है. मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना के लाभार्थी पांवटा साहिब (HP Mukhyamantri Swavalamban Yojana) के हीरपुर गांव के निवासी 36 वर्षीय राकेश कुमार पुत्र जैसी राम ने बताया कि उनके परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण वह 12वीं तक ही शिक्षा ग्रहण कर पाए. उनका सपना था कि वह स्वरोजगार के साधन सृजित कर अपने परिवार के साथ बेहतर जीवन यापन कर सकें, लेकिन धन के अभाव की वजह से कोई भी व्यवसाय नहीं कर पा रहे थे.

राकेश कुमार ने पारिवारिक परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए कई वर्षों तक एक निजी कंपनी में कार्य किया, लेकिन कोरोना महामारी के कारण देश में लॉकडाउन लग गया, जिससे कंपनी ने उनका वेतन आधा कर दिया. बस यही समय था जब उन्होंने ठाना कि निजी कंपनी में नौकरी न करके स्वयं का व्यवसाय शुरू करेंगे. राकेश कुमार ने सरकारी योजनाओं के संबंध में जिला मुख्यालय नाहन के कार्यालयों में जाकर जानकारी इकट्ठी की. उन्हें जिला उद्योग केंद्र नाहन से मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना की जानकारी मिली और इसके संबंध में उन्होंने सभी उौपचारिकताएं पूर्ण कर 22 लाख रुपये की कार्य योजना स्वीकृत करवाई. साथ ही उन्हें इस योजना के तहत 6.25 लाख रुपये का उपदान मिला है.

वीडियो.

उन्होंने जिला सिरमौर के माजरा में राजवी साल्वेंट प्राइवेट लिमिटेड नाम से अक्तूबर 2020 में कार्य आरंभ किया और टॉयलेट क्लीनर, वाशिंग पाउडर, फिनाइल, डिशवाश व हैंडवाश इत्यादि उत्पाद निर्मित करने आरंभ किए. राकेश कुमार बताते हैं कि उनकी कंपनी में 10 से 12 बेरोजगार युवाओं को रोजगार उपलब्ध करवाया गया है. उनके उत्पाद उतराखंड, पांवटा साहिब, नाहन व स्थानीय स्तर पर घर-घर जाकर बेचे जा रहे हैं, जिनसे उन्हें अच्छा मुनाफा हो रहा है.

जिले में अब तक 567 इकाईयां की गई स्थापित: वहीं, पूछे जाने पर महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र नाहन ज्ञान सिंह चौहान ने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा जिला सिरमौर में अब तक मुख्यमंत्री स्वाबलंबन योजना के तहत 567 इकाईयों को स्थापित कर 19 करोड़ 59 लाख रुपये अनुदान के रूप में प्रदान किए गए हैं. वित वर्ष 2022-23 के लिए भी इस योजना में 315 लाभार्थियों को ऋृण प्रदान करने का लक्ष्य रखा गया है.

Rakesh Kumar of Paonta Sahib
हिमाचल सरकार की इस योजना से राकेश के सपनों ने भरी उड़ान

1 करोड़ रुपए तक के निवेश का प्रावधान: बता दें कि वर्तमान प्रदेश सरकार द्वारा युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए 18 से 45 वर्ष तक के पुरुषों व 18 से 50 वर्ष तक की महिलाओं के लिए अनेकों प्रोत्साहन योजनाएं चलाई जा रही हैं. इसी दिशा में युवाओं में कौशल विकास व स्वरोजगार सृजन के अतिरिक्त उन्हें स्वाबलंबी बनाने के लिए मुख्यमंत्री स्वाबलंबन योजना क्रियान्वित की जा रही है. इस योजना के अंर्तगत 1 करोड़ रुपये तक की मशीनरी व संयंत्र में निवेश पर 25 प्रतिशत का निवेश उपदान, जबकि महिलाओं के लिए 30 प्रतिशत और विधवा महिला को 35 प्रतिशत उपदान उपलब्ध करवाने का प्रावधान है.

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