नाहन: हिमाचल में चालू वर्ष के दौरान 50 हजार किसानों को सुभाष पालेकर प्राकृतिक खेती कार्यक्रम के तहत लाया जाएगा, जिसमें सिरमौर जिला के 2500 किसान शामिल होंगे. ये बात राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने कही .
दरअसल शनिवार को जिला के राजगढ़ के तहत आने वाले बथाऊधार गांव में कृषि विभाग की तरफ से सुभाष पालेकर प्राकृतिक खेती पर आधारित एक दिवसीय शिविर का आयोजन किया जाएगा. इसी बीच राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने किसानों को संबोधित किया.
राज्यपाल देवव्रत ने कहा कि प्रदेश के किसानों का रूझान सुभाष पालेकर प्राकृतिक खेती की तरफ काफी बढ़ रहा है और मार्च 2019 तक प्रदेश में 2669 किसानों द्वारा 252 हेक्टेयर भूमि पर सुभाष पालेकर प्राकृतिक खेती की जा रही है. उन्होंने बतााय कि पिछले साल के दौरान सुभाष पालेकर प्राकृतिक कृषि के तहत 20 किसानों का लक्ष्य के मुकाबले 206 किसानों को लाया गया, जिनके द्वारा 552 बीघा भूमि पर प्राकृतिक खेती की जा रही है.
राज्यपाल ने कहा कि प्रदेश के किसानों को सुभाष पालेकर प्राकृतिक कृषि के बारे जानकारी देने के दृष्टिगत आगामी 28 जून से 3 जुलाई तक डॉ. वाईएस परमार बागवानी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी में 6 दिवसीय शिविर का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें पदम श्री सम्मान से विभूषित सुभाष पालेकर किसानों व बागवानों को प्राकृतिक खेती बारे जानकारी देंगे.
राज्यपाल ने कहा कि प्राकृतिक खेती में देसी गाय का विशेष योगदान है और प्रदेश सरकार द्वारा देसी गाय के खरीदने पर 25 हजार रुपये का अनुदान देने का प्रावधान किया गया है. उन्होंने कहा कि एक देसी गाय के गोबर और गो मूत्र से 30 एकड़ भूमि पर प्राकृतिक खेती की जा सकती है. इस क्षेत्र को पर्यटन के मानचित्र पर लाने के लिए उच्चाधिकारियों के साथ एक बैठक की जाएगी और पर्यटन के लिए आधारभूत ढांचा सृजित करने के लिए मास्टर प्लान तैयार किया जाएगा.