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नेशनल हाईवे-707 पर भूस्खलन से यातायात बाधित, हाटी अधिकार मंच ने CM को भेजा ज्ञापन - कच्चीढांग में भूस्खलन

रोहडू राष्ट्रीय उच्च मार्ग-707 पर हर साल भारी भूस्खलन की समस्या बनी रहती है, जिससे यातायात बाधित हो जाते हैं, व हजारों लोगों को जान माल का नुकसान होने का खतरा बना रहता हैं. स्थानीय लोगों ने सरकार व प्रशासन से मांग की है कि कच्चीढांग में भूस्खलन व रोड ब्लॉक जैसी समस्या का जल्द समाधान करें.

Movement of vehicles stopped due to landslide on National Highway 707
नेशनल हाईवे पर भूस्खलन
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Published : Aug 2, 2020, 6:02 PM IST

पांवटा साहिबः पांवटा साहिबः लालढांग रोहडू राष्ट्रीय उच्च मार्ग-707 पर सतौन के नजदीक कच्चीढांग में एक दिन पहले फिर से भारी भूस्खलन आने से वाहनों की आवाजाही बंद हो गई है. भूस्खलन आने से यातायात पूरी तरह से बाधित हो चुका है, जिसके बाद निरंतर भूस्खलन की स्थिति बनी हुई है.

गौरतलब है कि पिछले साल भी इसी स्थान पर भूस्खलन आया था. गिरीपार क्षेत्र व चौपाल सब डिवीजन के लाखों लोगों को 16-17 दिनों तक भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा था. हैरानी की बात यह है कि सरकार व प्रशासन के बार-बार संज्ञान में लाए जाने के बावजूद भी पिछले 1 साल में कच्चीढांग की समस्या का कोई समाधान नहीं हो पाया है और न ही सतौन भटरोग पुरुवाला मार्ग को दुरुस्त किया गया.

Movement of vehicles stopped due to landslide on National Highway 707
नेशनल हाईवे पर भूस्खलन

वहीं, हाटी अधिकार मंच के अध्यक्ष इंदर सिंह राणा ने बताया कि लगभग 1 किलोमीटर तक कच्ची जगह होने के कारण भौगोलिक दृष्टि से भूस्खलन जैसी आपदाओं के लिए बहुत ही संवेदनशील है.

यहां हर साल भारी भूस्खलन की समस्या बनी रहती है, जिससे यातायात बाधित हो जाते हैं, व हजारों लोगों को जान माल का नुकसान होने का खतरा बना रहता है. स्थानीय लोगों ने सरकार व प्रशासन से मांग की है कि कच्चीढांग में भूस्खलन व रोड ब्लॉक जैसी समस्या का जल्द समाधान करें.

वीडियो रिपोर्ट

इंदर सिंह राणा ने कहा कि सरकार व प्रशासन समय रहते इस गंभीर समस्या का समाधान नहीं करती हैं तो गिरीपार क्षेत्र के लोग सरकार के इस रवैये के खिलाफ आंदोलन करने से गुरेज नहीं करेंगे.

हाटी अधिकार मंच के अध्यक्ष ने कहा है कि लोगों की सुविधाओं के लिए सतौन-भटरोग-सालवाला-पुरुवाला के लिए बने रोड़ पर तिलकण खड्ड पर फिलहाल एक बेली पुल लगवा दें. इस रोड़ को चौड़ा व दुरुस्त करवाए, ताकि इस तरह की आपातकालीन परिस्थितियों में इस रोड़ के माध्यम से वाहनों की आवाजाही हो सकें.

उन्होंने कहा कि सतौन पुरुवाला रोड को विकल्प के तौर पर दुरुस्त करने के बारे में पहले भी सरकार व प्रशासन को कई बार अवगत करवाया गया है, लेकिन सरकार ने समय रहते इस पर कोई कदम नहीं उठाया है. जिसका परिणाम हमारे क्षेत्र के लाखों लोग भुगतने के लिए आज मजबूर है.

ये भी पढ़ेंः शिमला में कोरोना संक्रमण के 8 नए मामले, जिला में कुल 90 एक्टिव केस

पांवटा साहिबः पांवटा साहिबः लालढांग रोहडू राष्ट्रीय उच्च मार्ग-707 पर सतौन के नजदीक कच्चीढांग में एक दिन पहले फिर से भारी भूस्खलन आने से वाहनों की आवाजाही बंद हो गई है. भूस्खलन आने से यातायात पूरी तरह से बाधित हो चुका है, जिसके बाद निरंतर भूस्खलन की स्थिति बनी हुई है.

गौरतलब है कि पिछले साल भी इसी स्थान पर भूस्खलन आया था. गिरीपार क्षेत्र व चौपाल सब डिवीजन के लाखों लोगों को 16-17 दिनों तक भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा था. हैरानी की बात यह है कि सरकार व प्रशासन के बार-बार संज्ञान में लाए जाने के बावजूद भी पिछले 1 साल में कच्चीढांग की समस्या का कोई समाधान नहीं हो पाया है और न ही सतौन भटरोग पुरुवाला मार्ग को दुरुस्त किया गया.

Movement of vehicles stopped due to landslide on National Highway 707
नेशनल हाईवे पर भूस्खलन

वहीं, हाटी अधिकार मंच के अध्यक्ष इंदर सिंह राणा ने बताया कि लगभग 1 किलोमीटर तक कच्ची जगह होने के कारण भौगोलिक दृष्टि से भूस्खलन जैसी आपदाओं के लिए बहुत ही संवेदनशील है.

यहां हर साल भारी भूस्खलन की समस्या बनी रहती है, जिससे यातायात बाधित हो जाते हैं, व हजारों लोगों को जान माल का नुकसान होने का खतरा बना रहता है. स्थानीय लोगों ने सरकार व प्रशासन से मांग की है कि कच्चीढांग में भूस्खलन व रोड ब्लॉक जैसी समस्या का जल्द समाधान करें.

वीडियो रिपोर्ट

इंदर सिंह राणा ने कहा कि सरकार व प्रशासन समय रहते इस गंभीर समस्या का समाधान नहीं करती हैं तो गिरीपार क्षेत्र के लोग सरकार के इस रवैये के खिलाफ आंदोलन करने से गुरेज नहीं करेंगे.

हाटी अधिकार मंच के अध्यक्ष ने कहा है कि लोगों की सुविधाओं के लिए सतौन-भटरोग-सालवाला-पुरुवाला के लिए बने रोड़ पर तिलकण खड्ड पर फिलहाल एक बेली पुल लगवा दें. इस रोड़ को चौड़ा व दुरुस्त करवाए, ताकि इस तरह की आपातकालीन परिस्थितियों में इस रोड़ के माध्यम से वाहनों की आवाजाही हो सकें.

उन्होंने कहा कि सतौन पुरुवाला रोड को विकल्प के तौर पर दुरुस्त करने के बारे में पहले भी सरकार व प्रशासन को कई बार अवगत करवाया गया है, लेकिन सरकार ने समय रहते इस पर कोई कदम नहीं उठाया है. जिसका परिणाम हमारे क्षेत्र के लाखों लोग भुगतने के लिए आज मजबूर है.

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