शिलाई/सिरमौरः सिविल अस्पताल शिलाई में स्टाफ व चिकित्सकों की लापरवाही के कारण स्थानीय जनता को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इसी के चलते रोगी कल्याण समिति की बैठक की गई, जिसमें समिति के चेयरमैन व स्थानीय विधायक हर्षवर्धन चौहान ने अस्पताल प्रशासन को कड़ी फटकार लगाई.
विधायक हर्षवर्धन चौहान ने चेतावनी देते हुए निर्देश दिए कि चिकित्सकों व अस्पताल के स्टाफ के चलते कोई कमी फिर से सामने आने पर कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी. रोगी कल्याण समिति की आयोजित बैठक के बाद पत्रकारों को संबोधित करते हुए हर्षवर्धन चौहान बताया कि उन्हें लोगों से शिकायत मिली थी की शिलाई अस्पताल में रात को मरीज इलाज के लिए आता है, तो उसका उपचार नहीं किया जाता. गर्भवती महिलाओं को स्टाफ में आपसी तालमेल न होने के कारण साधारण प्रसव में भी रेफर कर दिया जाता है.
हर्षवर्धन चौहान कहा कि अस्पताल में जनता को कोई भी दिक्कत आएगी तो वह कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने में पीछे नहीं हटेंगे. इस दौरान बैठक में खंड चिकित्सा अधिकारी शिलाई को सख्त निर्देश दिए गए हैं.
इस बारे में खंड चिकित्सा अधिकारी शिलाई डॉक्टर निसार अहमद ने बताया कि अस्पताल के स्टाफ व चिकित्सकों को निर्देश दिए हैं कि वह आपसी तालमेल से काम करें. इसके अलावा मरीजों के मामले में किसी भी तरह की कोताही न बरतें यदि कोई कर्मी या चिकित्सक अनियमितता करते हुए पाया जाता है, तो विभाग उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लाएगा.