नाहनः जम्मू कश्मीर के उधमपुर में हुए सड़क हादसे में सिरमौर के जवान सुरेश ठाकुर की मौत हो गई थी. गुरुवार को सुरेश ठाकुर का उनके पैतृक गांव कांडो कत्याड़ में पूरे राजकीय व सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. शहीद हवलदार सुरेश ठाकुर की चिता को उनके बड़े बेटे विवेक ठाकुर ने मुखाग्नि दी.
इससे पहले मृतक जवान का पार्थिव देह जिला मुख्यालय नाहन से पूरे सम्मान के साथ उनके पैतृक गांव लाया गया. करीब आधे घंटे तक जवान को अंतिम दर्शनों के लिए रखा गया.
इसके बाद जवान की पार्थिव देह को अंतिम संस्कारों के लिए श्मशान घाट ले जाया गया. जहां सेना के जवानों व पुलिस की टुकड़ी सहित जिला प्रशासन के अधिकारियों ने उन्हें राजकीय व सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी. इस दौरान सुरेश ठाकुर अमर रहे, भारत माता की जय और वंदे मातरम के जयघोषों से पूरा क्षेत्र गूंज उठा.
बता दें कि बीते मंगलवार की सुबह उधमपुर से श्रीनगर जाते समय 13 किलोमीटर दूर सेना के काफिले में शामिल एक वाहन दुर्घटना का शिकार हो गया था. इस हादसे में कांडो कत्याड़ के जवान की मौत हो गई थी.
इसके बाद उधमपुर में यूनिट ने उन्हें सम्मान दिया. बुधवार रात जवान की पार्थिव देह जिला मुख्यालय नाहन लाई गई, जहां रात को मेडिकल कॉलेज में उन्हें पूरे सम्मान के साथ रखा गया था. इसके बाद वीरवार सुबह उनके पार्थिव देह को सैन्य सम्मान के साथ पैतृक गांव लाया गया. इस दौरान सैकड़ों लोग उनकी अंतिम यात्रा में शामिल हुए.
मीडिया से बातचीत में नाहन के विधायक डॉ. राजीव बिंदल ने कहा कि वीरभूमि सिरमौर की धारटी के सपूत शहीद हवलदार सुरेश कुमार ठाकुर आज पंच तत्व में विलीन हो गए. आज शहीद की अंतिम विदाई यात्रा में शामिल होकर शहीद को अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि दी.
उन्होंने कहा कि सिरमौर के इस अमर सपूत पर हमें सदैव गर्व रहेगा. बिंदल ने कहा कि सिरमौर की धरती वीर सैनिकों की धरती है. सिरमौर के सैनिक सीमा पर मातृभूमि की रक्षा में डटे हुए हैं. देश के प्रति समर्पित, हम अपने सैनिकों के जज्बे, हौंसले और जुनून को सैल्यूट करते हैं.
अंतिम विदाई में नाहन के विधायक डॉ. राजीव बिंदल, डीसी सिरमौर डॉ. आरके परूथी, एएसपी बबीता राणा, एसडीएम विवेक शर्मा सहित सेना के अधिकारी व पुलिस के जवानों सहित सैकड़ों की संख्या में लोग उपस्थित रहे.
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