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Lady Driver Sapna: सिरमौर की बेटी सड़कों पर सरपट दौड़ाती है Heavy Vehicle, सपना का ये है ड्रीम

धारटीधार क्षेत्र के तहत बाइला के चिया ममियाना गांव की रहने वाली सपना ने वर्ष 2021 में हैवी व्हीकल लाइसेंस होल्डर बनने में सफलता पाई थी. सपना हैवी व्हीकल लाइसेंस हासिल करने वाली जिला सिरमौर की पहली महिला चालक बनी थी. ईटीवी भारत से बातचीत में सपना ने बताया कि उसने बीए तक की पढ़ाई की है. साथ ही (Lady Driver Sapna) एचटीवी लाइसेंस भी बनाया है. सपना का कहना है कि ड्राइवरी लाइन को लेकर लोगों के बीच एक भ्रम है कि यह सिर्फ पुरूष ही कर सकते हैं, लेकिन आज महिलाएं किसी भी क्षेत्र में कम नहीं हैं.

Lady Driver Sapna
महिला चालक सपना
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Published : Jun 5, 2022, 4:36 PM IST

नाहन: सिरमौर जिले के धारटीधार क्षेत्र के बाइला की रहने वाली 22 वर्षीय बेटी सपना सड़कों पर सरपट तरीके से अक्सर हैवी व्हीकल दौड़ाते हुए देखी जा सकती है. हालांकि सपना ने पिछले साल हैवी व्हीकल का लाइसेंस प्राप्त किया था, लेकिन वह एक (Lady Driver Sapna) बार फिर उस वक्त चर्चा में आई, जब श्री रेणुका जी में कांग्रेस द्वारा आयोजित महिला सम्मेलन में नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने उन्हें सम्मानित किया. सपना का ड्रीम है कि वह पुलिस की लाल बत्ती वाली गाड़ी चलाकर सरकारी क्षेत्र में अपनी सेवाएं दें.

दरअसल धारटीधार क्षेत्र के तहत बाइला के चिया ममियाना गांव की रहने वाली सपना ने वर्ष 2021 में हैवी व्हीकल लाइसेंस होल्डर बनने में सफलता पाई थी. सपना हैवी व्हीकल लाइसेंस हासिल करने वाली जिला सिरमौर की पहली महिला चालक बनी थी. लाइसेंस बनने के बाद सपना का 108 एंबुलेंस में बतौर पायलट भी चयन हो गया था,लेकिन किन्हीं कारणों की वजह से वह ज्वाइन नहीं कर (Lady Driver Sapna) पाई. सपना छोटे से लेकर बड़े सभी वाहन बखूबी चला लेती है.

महिला चालक सपना

यह सिरमौरी बेटी सरकार से यह मांग भी कर रही है कि सरकारी क्षेत्र में विभिन्न विभागों में चालकों के पदों पर महिलाओं को भी अवसर दिए जाने चाहिए.ईटीवी भारत से बातचीत में सपना ने बताया कि उसने बीए तक की पढ़ाई की है. साथ ही एचटीवी लाइसेंस भी बनाया है. 108 एंबुलेंस सेवा में भी बतौर पायलट के तौर पर उनका चयन हुआ था, लेकिन किन्हीं कारणों की वजह से वह ज्वाइन नहीं कर पाई. वह छोटे-बड़े सभी वाहन चला लेती हैं. सपना का कहना है कि वाहन चलाना उनकी मजबूरी नहीं है, बल्कि यह उनका एक शौक है, जोकि बचपन से ही है. सपना का कहना है कि ड्राइवरी लाइन को लेकर लोगों के बीच एक भ्रम है कि यह सिर्फ पुरूष ही कर सकते हैं, लेकिन आज महिलाएं किसी भी क्षेत्र में कम नहीं हैं. मुश्किलें आती-जाती रहती हैं और इनसे लड़ने का जज्बा होना जरूरी है.

आज महिलाएं ड्राइवरी के साथ-साथ हर क्षेत्र में पुरूषों के (Lady Driver Sapna) साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही हैं. महिला सम्मेलन में नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्हिोत्री द्वारा सम्मानित किए जाने पर सपना ने उनका व स्थानीय विधायक विनय कुमार का आभार भी व्यक्त किया है. सपना ने सरकार से आग्रह करते हुए कहा कि सरकारी विभागों में चालकों के पदों पर महिलाओं को भी अवसर दिया जाए. हैवी व्हीकल लाइसेंस होल्डर सपना को बचपन से ही ड्राइविंग का शौक था. अपने पिता संजीव कुमार के साथ कंडक्टर सीट पर बैठकर सपना ड्राइविंग के नुस्खे सीखा करती थी.

पिछले साल पांवटा साहिब में सपना का हैवी व्हीकल ड्राइविंग लाइसेंस का (Lady Driver Sapna) टेस्ट हुआ था, जिसमें वह सफल रही थी. तब से लेकर वह बेहतर तरीके से छोटे-बड़े सभी वाहन चला रही हैं. पुलिस विभाग में लाल बत्ती की गाड़ी चलाना सपना का सपना है. सपना के अनुसार वह इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन की पढ़ाई कर चुकी हैं. सपना का भाई रोहित कुमार इस समय 108 एंबुलेंस का पायलट है. 22 वर्षीय सपना के पिता धारटीधार के बायला में वेल्डिंग की दुकान चलाते हैं जबकि माता सुनीता देवी गृहिणी हैं.

नाहन: सिरमौर जिले के धारटीधार क्षेत्र के बाइला की रहने वाली 22 वर्षीय बेटी सपना सड़कों पर सरपट तरीके से अक्सर हैवी व्हीकल दौड़ाते हुए देखी जा सकती है. हालांकि सपना ने पिछले साल हैवी व्हीकल का लाइसेंस प्राप्त किया था, लेकिन वह एक (Lady Driver Sapna) बार फिर उस वक्त चर्चा में आई, जब श्री रेणुका जी में कांग्रेस द्वारा आयोजित महिला सम्मेलन में नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने उन्हें सम्मानित किया. सपना का ड्रीम है कि वह पुलिस की लाल बत्ती वाली गाड़ी चलाकर सरकारी क्षेत्र में अपनी सेवाएं दें.

दरअसल धारटीधार क्षेत्र के तहत बाइला के चिया ममियाना गांव की रहने वाली सपना ने वर्ष 2021 में हैवी व्हीकल लाइसेंस होल्डर बनने में सफलता पाई थी. सपना हैवी व्हीकल लाइसेंस हासिल करने वाली जिला सिरमौर की पहली महिला चालक बनी थी. लाइसेंस बनने के बाद सपना का 108 एंबुलेंस में बतौर पायलट भी चयन हो गया था,लेकिन किन्हीं कारणों की वजह से वह ज्वाइन नहीं कर (Lady Driver Sapna) पाई. सपना छोटे से लेकर बड़े सभी वाहन बखूबी चला लेती है.

महिला चालक सपना

यह सिरमौरी बेटी सरकार से यह मांग भी कर रही है कि सरकारी क्षेत्र में विभिन्न विभागों में चालकों के पदों पर महिलाओं को भी अवसर दिए जाने चाहिए.ईटीवी भारत से बातचीत में सपना ने बताया कि उसने बीए तक की पढ़ाई की है. साथ ही एचटीवी लाइसेंस भी बनाया है. 108 एंबुलेंस सेवा में भी बतौर पायलट के तौर पर उनका चयन हुआ था, लेकिन किन्हीं कारणों की वजह से वह ज्वाइन नहीं कर पाई. वह छोटे-बड़े सभी वाहन चला लेती हैं. सपना का कहना है कि वाहन चलाना उनकी मजबूरी नहीं है, बल्कि यह उनका एक शौक है, जोकि बचपन से ही है. सपना का कहना है कि ड्राइवरी लाइन को लेकर लोगों के बीच एक भ्रम है कि यह सिर्फ पुरूष ही कर सकते हैं, लेकिन आज महिलाएं किसी भी क्षेत्र में कम नहीं हैं. मुश्किलें आती-जाती रहती हैं और इनसे लड़ने का जज्बा होना जरूरी है.

आज महिलाएं ड्राइवरी के साथ-साथ हर क्षेत्र में पुरूषों के (Lady Driver Sapna) साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही हैं. महिला सम्मेलन में नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्हिोत्री द्वारा सम्मानित किए जाने पर सपना ने उनका व स्थानीय विधायक विनय कुमार का आभार भी व्यक्त किया है. सपना ने सरकार से आग्रह करते हुए कहा कि सरकारी विभागों में चालकों के पदों पर महिलाओं को भी अवसर दिया जाए. हैवी व्हीकल लाइसेंस होल्डर सपना को बचपन से ही ड्राइविंग का शौक था. अपने पिता संजीव कुमार के साथ कंडक्टर सीट पर बैठकर सपना ड्राइविंग के नुस्खे सीखा करती थी.

पिछले साल पांवटा साहिब में सपना का हैवी व्हीकल ड्राइविंग लाइसेंस का (Lady Driver Sapna) टेस्ट हुआ था, जिसमें वह सफल रही थी. तब से लेकर वह बेहतर तरीके से छोटे-बड़े सभी वाहन चला रही हैं. पुलिस विभाग में लाल बत्ती की गाड़ी चलाना सपना का सपना है. सपना के अनुसार वह इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन की पढ़ाई कर चुकी हैं. सपना का भाई रोहित कुमार इस समय 108 एंबुलेंस का पायलट है. 22 वर्षीय सपना के पिता धारटीधार के बायला में वेल्डिंग की दुकान चलाते हैं जबकि माता सुनीता देवी गृहिणी हैं.

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