सिरमौरः जिला की सबसे ऊंची चोटी और शिरगुल महाराज की पावन स्थली चूड़धार में नवरात्रों के पावन अवसर पर श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ रहा है. श्रद्धालु भारी संख्या में मंदिर पहुंच रहे हैं. वहीं, रात्रि विश्राम की व्यवस्था न होने की वजह से यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
गौर रहे कि शिरगुल महाराज चूड़धार मंदिर 11965 फीट ऊंचाई पर स्थित है. जहां इन दिनों अपने आराध्य देव के दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ रहा है. हिमाचल, उत्तराखंड ,पंजाब, हरियाणा उत्तर प्रदेश, दिल्ली ,राजस्थान सहित कई राज्यों के लोग और विदेशी पर्यटक भी शिरगुल महादेव के दरबार में इन पहुंच रहे हैं.
सरकार व प्रशासन की ओर से मंदिर खोलने के आदेश तो दे दिए गए हैं, लेकिन अभी तक श्रद्धालुओं की रुकने की व्यवस्था को लेकर कोई भी दिशा निर्देश जारी नहीं किए गए हैं. जिसके चलते चूड़धार में श्रद्धालुओं को ठहरने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
शारदा मठ आश्रम चूड़धार के महंत स्वामी कमलानंद जी महाराज ने भी श्रद्धालुओं से आग्रह किया है कि जो श्रद्धालु मंदिर में दर्शन करने आ रहे हैं या आना चाहते हैं, वो सभी लोग दर्शन कर वापस लौट जाएं. सरकार व प्रशासन ओर से दिए गए दिशा-निर्देशों का पालन करें.
फिलहाल दिन के समय तो चूड़धार में लोगों को ढाबे में खाने की अनुमति दी गई है, लेकिन रात के समय में यहां रुकना प्रतिबंधित है. चूड़धार मंदिर में व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाए रखने के लिए प्रशासन की ओर से मंदिर परिसर में पुलिस कर्मचारियों को भी तैनात किया गया है, ताकि सरकार के जारी दिशा निर्देशों का कड़ाई से पालन हो सके.