नाहन: सिरमौर जिले के हाटी समुदाय के लाखों लोग पिछले करीब 5 दशकों से गिरीपार को जनजातीय क्षेत्र घोषित करने की (giripar area of sirmaur) मांग कर रहे हैं. लेकिन आज तक उनकी यह मांग पूरी नहीं हुई है. हर चुनाव में राजनीतिक पार्टियां भी इस मुद्दे को खूब जोर शोर से उठाती हैं. चूंकि यह चुनावी वर्ष आ गया है, तो फिर से यह मुद्दा उठना शुरू हो गया है.
दरअसल एक ओर जहां चुनावी वर्ष में हाटी समुदाय दशकों पुरानी अपनी इस मांग को पूरा करवाने के लिए इस बार आर-पार की लड़ाई लड़ने को लेकर बैठकें कर रणनीति तैयार करने में जुटा है. तो वहीं, एक बार फिर बीजेपी हाटियों की इस दुखती रग पर हाथ रखते हुए जल्द प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात कर इस मांग को पूरा करवाने का आश्वसन देती नजर आ रही है.
राज्य खाद्य एवं आपूर्ति निगम के उपाध्यक्ष एवं शिलाई के पूर्व विधायक बलदेव तोमर ने कहा कि सिरमौर जिले के गिरीपार क्षेत्र को जनजातीय दर्जा दिलाने (Demand of tribal status to Giripar area) का एक बड़ा मुद्दा है, जिसको लेकर पिछले कई वर्षों से लड़ाई लड़ी जा रही है. बलदेव तोमर ने कहा कि 2007 से जब से वह राजनीति में आए हैं, तब से उन्होंने भी हर मंच पर इस मुद्दे को उठाने का प्रयास किया.
तोमर ने कहा कि पूर्व में प्रधानमंत्री रहे डॉ. मनमोहन सिंह व वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समक्ष भी यह मामला उठाया गया है. प्रदेश सरकार ने भी इस मुद्दे को लेकर आरजीआई द्वारा जो रिपोर्ट मांगी गई थी, उस पर भी सभी तरह की कार्रवाई कर रिपोर्ट दिल्ली पहुंचा दी गई है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर व शिमला संसदीय क्षेत्र के सांसद सुरेश कश्यप के माध्यम से इस मुद्दे को जल्द से जल्द पूरा करवाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं.
मुख्यमंत्री स्वयं भी दो बार यह मामला उठा चुके हैं. तोमर ने कहा कि जल्द ही मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के नेतृत्व में इस मांग को पूरा करवाने के लिए एक प्रतिनिधिमंडल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेगा, ताकि जल्द से जल्द लंबे अरसे से चली आ रही यह मांग पूरी हो सके.
ये भी पढ़ें : संत रविदास की जयंती पर सीएम जयराम ने प्रदेशवासियों दी बधाई