नाहन: वैश्विक महामारी कोरोना से देश सहित प्रदेश भी त्रस्त है. फिलहाल अभी स्कूल भी पूरी तरह से नहीं खुले हैं. लिहाजा कोरोना काल के चलते इस बार बच्चों को स्कूलों की बजाय घरों में ही एल्बेंडाजोल की दवा वितरित की जाएगी. कोरोना की जंग के बीच विभिन्न तरह के दायित्व निभा रही आशा वर्कर्स को ही यह दायित्व सौंपा जाएगा.
दरअसल 2 से 10 नवंबर तक जिला सिरमौर में भी राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस का आयोजन होगा. हर बार कृमि दिवस पर बच्चों को स्कूलों में ही एल्बेंडाजोल की दवा खिलाई जाती है, लेकिन वर्तमान में कोरोना काल चल रहा है. लिहाजा सभी बच्चों को आशा वर्कर्स घर-घर जाकर इन दवाओं का वितरणा करेंगी, ताकि बच्चे इनका सेवन कर सकें.
जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. निर्दोष भारद्वाज ने बताया कि 2 नवंबर से राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस शुरू हो रहा है. यह दिवस 10 नवंबर तक मनाया जाएगा. इस अभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग की आशा वर्कर्स इस बार आंगनबाडी वर्करों की सहायता से घर-घर जाकर एल्बेंडाजोल की दवा खिलाएंगी. उन्होंने कहा कि वर्तमान में कोरोना संक्रमण चल रहा है, जिसके चलते स्कूल बंद है.
लिहाजा बच्चों को घरों में ही यह दवा वितरित की जाएगी. प्रयास रहेंगे कि कोई भी बच्चा इस दवा से न छूटे. उन्होंने कहा कि यदि बच्चे के पेट में कीड़े होंगे तो उसमें खून की कमी होगी. लिहाजा बच्चे का शरीर भी कमजोर होगा. इसके लिए जिला स्तरीय बैठक हो चुकी है. जल्द ही आशा वर्कर्स को इन दवाओं की सप्लाई दे दी जाएगी.
बता दें कि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर बच्चों को स्कूलों में एल्बेंडाजोल की दवा का सेवन करवाया जाता है, लेकिन इस बार कोरोना के चलते बच्चों को यह दवा घर बैठे ही उपलब्ध करवाई जाएगी.
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