नाहन: सिरमौर जिले के शिलाई क्षेत्र में हाल ही में एक विवाह समारोह में जाति भेदभाव करने के (Sirmaur caste discrimination case) मामले में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. इस संदर्भ में रविवार को भीम आर्मी भारत एकता मिशन जिला सिरमौर इकाई के अध्यक्ष विपिन कुमार ने शिलाई पुलिस थाना के प्रभारी को एक शिकायत पत्र सौंपा है. लिहाजा शिकायत मिलने के बाद पुलिस एक्शन में आ गई है और मामले की जांच शुरू कर दी है.
दरअसल भीम आर्मी भारत एकता मिशन के जिलाध्यक्ष विपिन कुमार ने शिलाई पुलिस थाना के एसएचओ को सौंपी शिकायत में कहा कि सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जोकि शिलाई क्षेत्र के पोटा मोनल पंचायत का (Caste discrimination in marriage ceremony) बताया जा रहा है. शिकायत में कहा गया कि समारोह के दौरान अनुसूचित जाति से ताल्लुक रखने वाले लोगों को अलग से बैठकर खाना खाने के लिए बोला जा रहा है. भीम आर्मी ने पुलिस से मांग करते हुए कहा कि इस मामले में तुरंत कार्रवाई करते हुए एससीएसटी एक्ट में मामला दर्ज किया जाए.
उधर इस मामले में पांवटा साहिब के डीएसपी वीर बहादुर ने शिकायत मिलने की पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि जाति भेदभाव मामले में वायरल हो रहे वीडियो के संबंध में भीम आर्मी की तरफ से लिखित शिकायत शिलाई थाना में दी गई है. शिकायत मिलने के बाद पुलिस मामले की जांच कर रही है. उन्होंने कहा कि जांच के उपरांत मामले में उचित कार्रवाई अमल में लाई जाएगी. बता दें कि रविवार को दलित शोषण मुक्ति मंच जिला सिरमौर इकाई ने भी इस मामले में जांच की मांग की है. मंच के जिला संयोजक आशीष कुमार ने पूछे जाने पर बताया कि इस संदर्भ में डीसी सिरमौर व एसपी सिरमौर को ई-मेल के माध्यम से लिखित शिकायत की गई है. उन्होंने भी इस मामले में कार्रवाई की मांग की है.
उल्लेखनीय है कि सोशल मीडिया पर एक विवाह समारोह का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसे एक युवक मदन रांटा द्वारा पोस्ट किया गया है. युवक के मुताबिक यह वीडियो 12 मई को पोटा मानल पंचायत में एक शादी समारोह का है. इस वायरल वीडिया में एक व्यक्ति माइक के माध्यम से खाना खाने के लिए जाति के मुताबिक अलग-अलग बैठने की बात कह रहा है. इसके बाद से ही यह मामला लगातार तूल पकड़ रहा है. अलबत्ता पुलिस अब इस मामले की जांच में जुट गई है.
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