नाहन: डॉ. वाईएस परमार मेडिकल काॅलेज को जाने वाली मुख्य सड़क बिना बरसात के कीचड़ में तब्दील हो गई है, जिससे राहगीरों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. दरअसल मेडिकल काॅलेज के नए भवन निर्माण के चलते मलबा और मार्ग पर लगातार बह रहे पानी के कारण सड़क की हालत खराब हो गई है, जिसके चलते मार्ग पर वाहनों के स्किड होने का खतरा भी बना रहता है.
बता दें कि रोजाना सैकड़ों लोग नाहन मेडिकल काॅलेज में अपना उपचार करवाने पहुंचते हैं, वहीं सर्किट हाउस भी इसी मार्ग पर होने की वजह से वीआईपी का भी अक्सर यहां आना-जाना लगा रहता है. साथ ही कुछ सरकारी कार्यालय भी यहां स्थित हैं, जिससे लोगों को आवाजाही करने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. सड़क ठीक ना होने के कारण कई बार दो पहिया वाहन के फिसलने से राहगीर चोटिल भी हुए हैं. हालांकि करीब एक महीने से स्थानीय लोग इसकी शिकायत मेडिकल काॅलेज प्रबंधन व निर्माणाधीन कंपनी से कर चुके हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है.
स्थानीय निवासी मनीष जैन ने बताया कि मेडिकल कॉलेज के भवन निर्माण के चलते मलबा सड़क पर आ रहा है, जिससे सड़क पर पैदल चलना मुश्किल हो रहा है. साथ ही बच्चे, बुजुर्ग व महिलाएं कीचड़ की वजह से फिसलकर चोटिल हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस संबंध में ठेकेदार और जिला प्रशासन को शिकायत की गई है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. वहीं, डीसी द्वारा दिए गए आदेशों के बावजूद भी निर्माणाधीन कंपनी के कानों पर जू तक नहीं रेंगती. ऐसे में उन्होंने सरकार से जल्द इस समस्या का समाधान करने की बात कही है.
ये भी पढ़ें: गिरी परियोजना में गाद आने से राजधानी में पानी की सप्लाई ठप