राजगढ़: कृषि विभाग के सौजन्य से कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन अभिकरण (आत्मा) योजना के तहत डॉक्टर सुभाष पालेकर प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान कार्यक्रम के तहत दो दिवसीय किसान प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया. इस कार्यक्रम का आयोजन राजगढ़ विकास खंड के पीडग मे किया गया.
इस शिविर में विभाग की ओर से कर्मचारियों ने किसानो को देसी गाय के गोबर और मूत्र से जीवा मृत, घन जीवामृत, बीजामृत, ब्रहास्त्र,नीमास्त्र, दश्पर्णी अर्क, कडू अस्त्र, साप्त धान्य अर्क, फफूंद नाशक आदि बनाने का प्रशिक्षण प्रदान किया गया. इसके साथ ही किसानों को सुभाष पालेकर खेती के मुख्य पांच स्तंभो के बारे मे विस्तार से जानकारी दी गई.
शिविर में कर्मचारियों ने कहा कि किसान रासायनिक उर्वरकों और कीट नाशक दवाओं के स्थान पर इन सब पदार्थों का प्रयोग कर सकते हैं. इसका फलों और सब्जियों पर कब कितनी मात्रा मे प्रयोग करना है, इस बारे मे किसानों को विस्तार से बताया गया. इसके साथ ही किसानों को यह भी जानकारी दी गई सरकार ने प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए किसानों के लिए अनेक अनुदान योजनाए तैयार की गई है किसानो को इसका भी भरपूर लाभ उठाना चाहिए.
इस दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर मे 25 किसानों ने भाग लिया और किसानों को प्रशिक्षण के प्रमाण पत्र भी प्रदान किए गए. किसानों का कहना है कि अब वह रासायनिक उर्वरकों और कीट नाशक दवाइयों का प्रयोग पूर्ण रूप से कम करेंगे. इसको करने से ही किसानों को हजारों रूपये का लाभ होगा.
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