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AAP ने उठाए सवाल, बोले हिमाचल में लंपी वायरस महामारी घोषित, फिर क्यों नहीं मिल रहा मुआवजा

Lumpy virus in Himachal, हिमाचल प्रदेश में लंपी वायरस को महामारी घोषित कर दिया गया है लेकिन फिर भी सरकार प्रभावित पशुपालकों को अभी तक मुआवजा क्यों नहीं दे रही है. यह सवाल आम आदमी पार्टी किसान विंग हिमाचल के प्रदेश अध्यक्ष अनिंदर सिंह नॉटी ने उठाए हैं. उन्होंने कहा कि हिमाचल की जयराम सरकार किसानों और बागवानों के हितों के खिलाफ है.

aninder singh notty target bjp
हिमाचल में लंपी वायरस
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Published : Aug 29, 2022, 5:36 PM IST

पावंटा साहिब: लंपी वायरस को हिमाचल प्रदेश में महामारी घोषित किया गया है. बावजूद इसके इस वायरस से (Lumpy virus in Himachal) प्रभावित पशुओं के मालिकों को मुआवजा नहीं मिला है. अनिंदर सिंह नॉटी प्रदेश अध्यक्ष आम आदमी पार्टी (किसान विंग) ने पांवटा साहिब के लोक निर्माण विश्राम गृह में प्रेस वार्ता के दौरान सवाल उठाते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश की जयराम सरकार और कृषि मंत्री वीरेंद्र कंवर का एक बार फिर से किसान विरोधी चेहरा बेनकाब हुआ है.

Lumpy virus in Himachal
फोटो

हिमाचल प्रदेश में लंपी वायरस से हजारों बेजुबान दुधारू पशु ग्रस्त हैं. जिनमें अधिकतर गौवंश है और अभी तक सैकड़ों बेजुबान गौवंश की मृत्यु हो चुकी है. वहीं, प्रदेश की भाजपा सरकार महज लीपापोती में लगी हुई है. भाजपा सरकार और उसके विभागों में कोई तालमेल नहीं है, जिसका स्पष्ट उदाहरण 13 अगस्त 2022 को प्रदेश के कृषि मंत्री वीरेंद्र कंवर की एक घोषणा है. जिसमें उन्होंने कहा है कि लंपी चर्म रोग को हिमाचल प्रदेश में महामारी घोषित कर दिया गया है और इसके लिए टास्क फोर्स बनाई जाएगी और हर मृत पशु के लिए उसके पालक को 30,000 मुआवजा दिया जाएगा.

Lumpy virus in Himachal
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महामारी घोषित होने पर भी क्यों नहीं मिला मुआवजा: अनिंदर सिंह नॉटी ने कहा कि इतने दिन बीत जाने के बावजूद भी ना कोई टास्क फोर्स बनी है और ना ही पूरे हिमाचल प्रदेश में एक भी पशुपालक को मुआवजा मिला है. बल्कि संक्रमित पशुओं का आंकड़ा बढ़ते हुए (Compensation for lumpy virus in Himachal) कई गुणा हो चुका है और इसमें बेसहारा लावारिस पशुधन अलग से है. जिसकी कोई गिनती ही नहीं है. सरकारी आंकड़ों से वस्तुस्थिति कई गुणा गंभीर है और अब सरकार के नियंत्रण से पूरी तरह बाहर हो चुकी है, और तो और संक्रमित पशु की मृत्यु का सर्टिफिकेट कौन जारी करेगा इस बारे में भी सरकार कोई स्पष्टीकरण नहीं दे पाई है. यह जानकारी आपदा राहत राजस्व विभाग द्वारा दी जाती है लेकिन अभी तक ना राजस्व विभाग और ना ही पशुपालन विभाग ने धरातल पर जाकर कोई स्थिति का आकलन किया है.

Lumpy virus in Himachal
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किसान बागवान विरोधी है जयराम सरकार: आम आदमी पार्टी का स्पष्ट आरोप है कि (aninder singh notty target bjp) इस मसले पर भी जयराम सरकार पूरी तरह सोई हुई है. सबसे अधिक संक्रमित और मृत पशुओं की संख्या जिला सिरमौर में है. पूरे हिमाचल प्रदेश में दूध उत्पादक किसान गंभीर संकट में हैं वहीं, बेजुबान पशुओं के बारे में सरकार की उदासीनता भी कहीं ना कहीं पशु क्रूरता कानून के अंतर्गत अपराध ही मानी जाएगी. बेसहारा और लावारिस गोवंश जहां-तहां सड़कों पर तड़प तड़प कर जान देने को मजबूर है और सरकार तथा उसके मंत्री हवा हवाई घोषणाएं करने को ही अपने कर्तव्य की इतिश्री मान रहे हैं. उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी ने पूरे दस्तावेज जुटाकर बड़ी गंभीरता से स्थिति का आकलन किया है. इससे स्पष्ट है की जयराम सरकार किसानों बागवानों को बर्बाद करने पर तुली हुई है

Lumpy virus in Himachal
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ये भी पढ़ें: 31 अगस्त को पालमपुर आएंगे भगवंत मान और सिसोदिया, तीसरी गारंटी देगी आम आदमी पार्टी

पावंटा साहिब: लंपी वायरस को हिमाचल प्रदेश में महामारी घोषित किया गया है. बावजूद इसके इस वायरस से (Lumpy virus in Himachal) प्रभावित पशुओं के मालिकों को मुआवजा नहीं मिला है. अनिंदर सिंह नॉटी प्रदेश अध्यक्ष आम आदमी पार्टी (किसान विंग) ने पांवटा साहिब के लोक निर्माण विश्राम गृह में प्रेस वार्ता के दौरान सवाल उठाते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश की जयराम सरकार और कृषि मंत्री वीरेंद्र कंवर का एक बार फिर से किसान विरोधी चेहरा बेनकाब हुआ है.

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हिमाचल प्रदेश में लंपी वायरस से हजारों बेजुबान दुधारू पशु ग्रस्त हैं. जिनमें अधिकतर गौवंश है और अभी तक सैकड़ों बेजुबान गौवंश की मृत्यु हो चुकी है. वहीं, प्रदेश की भाजपा सरकार महज लीपापोती में लगी हुई है. भाजपा सरकार और उसके विभागों में कोई तालमेल नहीं है, जिसका स्पष्ट उदाहरण 13 अगस्त 2022 को प्रदेश के कृषि मंत्री वीरेंद्र कंवर की एक घोषणा है. जिसमें उन्होंने कहा है कि लंपी चर्म रोग को हिमाचल प्रदेश में महामारी घोषित कर दिया गया है और इसके लिए टास्क फोर्स बनाई जाएगी और हर मृत पशु के लिए उसके पालक को 30,000 मुआवजा दिया जाएगा.

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महामारी घोषित होने पर भी क्यों नहीं मिला मुआवजा: अनिंदर सिंह नॉटी ने कहा कि इतने दिन बीत जाने के बावजूद भी ना कोई टास्क फोर्स बनी है और ना ही पूरे हिमाचल प्रदेश में एक भी पशुपालक को मुआवजा मिला है. बल्कि संक्रमित पशुओं का आंकड़ा बढ़ते हुए (Compensation for lumpy virus in Himachal) कई गुणा हो चुका है और इसमें बेसहारा लावारिस पशुधन अलग से है. जिसकी कोई गिनती ही नहीं है. सरकारी आंकड़ों से वस्तुस्थिति कई गुणा गंभीर है और अब सरकार के नियंत्रण से पूरी तरह बाहर हो चुकी है, और तो और संक्रमित पशु की मृत्यु का सर्टिफिकेट कौन जारी करेगा इस बारे में भी सरकार कोई स्पष्टीकरण नहीं दे पाई है. यह जानकारी आपदा राहत राजस्व विभाग द्वारा दी जाती है लेकिन अभी तक ना राजस्व विभाग और ना ही पशुपालन विभाग ने धरातल पर जाकर कोई स्थिति का आकलन किया है.

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किसान बागवान विरोधी है जयराम सरकार: आम आदमी पार्टी का स्पष्ट आरोप है कि (aninder singh notty target bjp) इस मसले पर भी जयराम सरकार पूरी तरह सोई हुई है. सबसे अधिक संक्रमित और मृत पशुओं की संख्या जिला सिरमौर में है. पूरे हिमाचल प्रदेश में दूध उत्पादक किसान गंभीर संकट में हैं वहीं, बेजुबान पशुओं के बारे में सरकार की उदासीनता भी कहीं ना कहीं पशु क्रूरता कानून के अंतर्गत अपराध ही मानी जाएगी. बेसहारा और लावारिस गोवंश जहां-तहां सड़कों पर तड़प तड़प कर जान देने को मजबूर है और सरकार तथा उसके मंत्री हवा हवाई घोषणाएं करने को ही अपने कर्तव्य की इतिश्री मान रहे हैं. उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी ने पूरे दस्तावेज जुटाकर बड़ी गंभीरता से स्थिति का आकलन किया है. इससे स्पष्ट है की जयराम सरकार किसानों बागवानों को बर्बाद करने पर तुली हुई है

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