मंडीः जिला मंडी के साथ लगती ग्राम पंचायत बिजनी के तहत आने वाले गांव तरयांडी का एक प्रतिनिधिमंडल ए़डीएम श्रवण मांटा से मिला और उन्हें नगर निगम में शामिल ना किए जाने की गुहार लगाई. ग्रामीणों का कहना है कि पंचायत बिजनी को अगर नगर निगम मंडी में शामिल किया जाता है तो इस स्थिति में तरयांडी गांव को को ग्राम पंचायत नसलोह में शामिल कर दिया जाए.
तरयांडी ग्राम निवासी संतोष देवी ने कहा कि उनके वार्ड में करीब 35 घर हैं. अधिकतर ग्रामीण लोग कृषि पर ही निर्भर है. ऐसे में ग्रामीण नगर निगम के तहत दिए जाने वाले विभिन्न प्रकार के टैक्सों का भुगतान नहीं कर सकते हैं, इसलिए उन्हें नगर निगम में शामिल ना किया जाए.
संतोष देवी ने बताया कि यदि सरकार ग्राम पंचायत बिजली को नगर निगम मंडी में शामिल करती है तो गांव तरयांडी को ग्राम पंचायत नसलोह में शामिल कर दिया जाए. उन्होंने कहा कि गांव के लोग रोजगार के लिए मनरेगा पर निर्भर है और गांव को नगर निगम मंडी में शामिल किया जाता है तो उन्हें रोजगार के लिए भी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा.
आपको बता दें कि मंडी में नगर निगम का ज्यादातर ग्रामीण विरोध जता रहे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि नगर निगम में शामिल हो जाने के बाद उन्हें सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न प्रकार की योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाएगा और ना ही ग्रामीण नगर निगम के टैक्सों का भुगतान कर सकते हैं.
ये भी पढ़ें- मंडी और धर्मशाला के लिए 4 नई फर्स्ट रिस्पोंड बाइक एम्बुलेंस सेवा लॉन्च
ये भी पढ़ें- अटल टनल सामरिक दृष्टि से अत्यंत महत्त्वपूर्णः जयराम ठाकुर