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लंबाथाच के जंगलों में दुर्लभ प्रजाति के पेड़ों पर चली कुल्हाड़ी, अंधेरे का फायदा उठाकर तस्कर फरार

भौगोलिक दृष्टि से सराज के जंगल बेशकीमती पेड़ों के लिए विख्यात है. पिछले कुछ सालों में तस्करों की ऐसी नजर पड़ी है कि उन्होंने अब खनोर और मैपल के दुर्लभ प्रजाति के पेड़ों को निशाना बना कर गोरख धंधे की नई तरकीब खोज ली है.

illegal tree cutting in mandi forest
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Published : Jan 28, 2020, 10:01 AM IST

मंडीः जिला मंडी के वन मंडल नाचन के अंतर्गत सराज के जंगल में खनोर और मैपल के पेड़ों की तस्करी करने का मामला सामने आया है. रात के अंधेरे में तस्कर लकड़ियों को काटने में जुटे हुए थे. हालांकि स्थानीय लोगों के आने की भनक लगते ही तस्कर रात के अंधरे में मौके से फरार होने में कामयाब रहे.

वहीं, तस्करी के लिए इस्तेमाल होने वाले औजार कटर, आरी, कुल्हाड़ी, पेट्रोल, बैग मौके पर ही छोड़ गए. विभाग ने बरामद असले को जब्तकर मामले की छानबीन शुरू कर दी है. जानकारी के अनुसार मामला तब उजागर हुआ जब देर रात बखारी के जंगल के बीच तस्कर वारदात को अंजाम दे रहे थे. ग्रामीणों ने आरी की आवाज सुनते ही बीट गार्ड बलबंत सिंह को इसकी सूचना दी.

वीडियो.

बीट गार्ड ने सूचना मिलते ही ग्रामीणों के साथ रात को जंगल में दबिश दी. लोगों के आने की भनक लगते ही तस्कर घटनास्थल से फरार हो गए. जंगल में नए तरह के गोरख धंधे के मामले ने वन विभाग को चौंका दिया है. डीएफओ नाचन तीर्थराज धीमान ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि बखारी के जंगल में कुछ अज्ञात लोगों ने खनोर और मैपल के पेड़ों को क्षति पहुंचाई है. वन विभाग ने मौके से तीन बड़े बैग, तीन पैट्रोल की बोतलें, कुल्हाड़ी और आरी समेत 12 लकड़ी के पीस बरामद कर अपने कब्जे में ले लिए हैं.

डीएफओ नाचन ने बताया कि वन विभाग की टीम जंगल को छान रही है. इस पर रिपोर्ट के बाद पुलिस में मामला दर्ज किया जाएगा. विभाग मामले की छानबीन में जुट गया है.

गौरतलब है कि भौगोलिक दृष्टि से सराज के जंगल बेशकीमती पेड़ों के लिए विख्यात है. पिछले कुछ सालों में तस्करों की ऐसी नजर पड़ी है कि उन्होंने अब खनोर और मैपल के दुर्लभ प्रजाति के पेड़ों को निशाना बना कर गोरख धंधे की नई तरकीब खोज ली है. प्रथम दृष्टया मामले में लकड़ी की तस्करी के तार बाहरी राज्यों आसाम, उड़ीसा से जुड़ने की आशंका जताई जा रही है. जहां इन लकड़ियों का मंहगी सामग्रियों में इस्तेमाल होता है.

ये भी पढ़ें- बुजुर्ग से क्रूरता मामला: मंडी पुलिस ने मामले की जांच पूरी कर कोर्ट में पेश किए चालान

मंडीः जिला मंडी के वन मंडल नाचन के अंतर्गत सराज के जंगल में खनोर और मैपल के पेड़ों की तस्करी करने का मामला सामने आया है. रात के अंधेरे में तस्कर लकड़ियों को काटने में जुटे हुए थे. हालांकि स्थानीय लोगों के आने की भनक लगते ही तस्कर रात के अंधरे में मौके से फरार होने में कामयाब रहे.

वहीं, तस्करी के लिए इस्तेमाल होने वाले औजार कटर, आरी, कुल्हाड़ी, पेट्रोल, बैग मौके पर ही छोड़ गए. विभाग ने बरामद असले को जब्तकर मामले की छानबीन शुरू कर दी है. जानकारी के अनुसार मामला तब उजागर हुआ जब देर रात बखारी के जंगल के बीच तस्कर वारदात को अंजाम दे रहे थे. ग्रामीणों ने आरी की आवाज सुनते ही बीट गार्ड बलबंत सिंह को इसकी सूचना दी.

वीडियो.

बीट गार्ड ने सूचना मिलते ही ग्रामीणों के साथ रात को जंगल में दबिश दी. लोगों के आने की भनक लगते ही तस्कर घटनास्थल से फरार हो गए. जंगल में नए तरह के गोरख धंधे के मामले ने वन विभाग को चौंका दिया है. डीएफओ नाचन तीर्थराज धीमान ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि बखारी के जंगल में कुछ अज्ञात लोगों ने खनोर और मैपल के पेड़ों को क्षति पहुंचाई है. वन विभाग ने मौके से तीन बड़े बैग, तीन पैट्रोल की बोतलें, कुल्हाड़ी और आरी समेत 12 लकड़ी के पीस बरामद कर अपने कब्जे में ले लिए हैं.

डीएफओ नाचन ने बताया कि वन विभाग की टीम जंगल को छान रही है. इस पर रिपोर्ट के बाद पुलिस में मामला दर्ज किया जाएगा. विभाग मामले की छानबीन में जुट गया है.

गौरतलब है कि भौगोलिक दृष्टि से सराज के जंगल बेशकीमती पेड़ों के लिए विख्यात है. पिछले कुछ सालों में तस्करों की ऐसी नजर पड़ी है कि उन्होंने अब खनोर और मैपल के दुर्लभ प्रजाति के पेड़ों को निशाना बना कर गोरख धंधे की नई तरकीब खोज ली है. प्रथम दृष्टया मामले में लकड़ी की तस्करी के तार बाहरी राज्यों आसाम, उड़ीसा से जुड़ने की आशंका जताई जा रही है. जहां इन लकड़ियों का मंहगी सामग्रियों में इस्तेमाल होता है.

ये भी पढ़ें- बुजुर्ग से क्रूरता मामला: मंडी पुलिस ने मामले की जांच पूरी कर कोर्ट में पेश किए चालान

Intro:लंबाथाच के बखारी जंगल में अज्ञात तस्करों ने दिया अंजाम, मौके से तस्कर फरार, कटर, आरी, कुल्हाड़ी, पेट्रोल, बैग बरामद  

आसाम, उड़ीसा जैसे बाहरी राज्यों से तार जुड़ने की जताई जा रही आशंकाBody:एंकर : मंडी जिला के वन मंडल नाचन के अंतर्गत सराज के जंगल में खनोर और मैपल के पेड़ों की तस्करी करने का मामला सामने आया है। दुर्लभ प्रजाति के पेड़ों की लकड़ी की तस्करी को लेकर तस्कर माफियों ने लंबाथाच के बखारी के जंगल में गोरख धंधे को अंजाम दिया है। हालांकि स्थानीय लोगों के आगमन की भनक लगते ही तस्कर रात के अंधरे का फायदा लेते हुए मौके से फरार होने में कामयाब रहे। लेकिन तस्करी के लिए इस्तेमाल होने वाले कटर, आरी, कुल्हाड़ी, पेट्रोल, बैग मौके पर ही छोड़ गए। जंगल से नए तरह के गोरख धंधे के मामले ने वन विभाग की नींद हराम कर दी है। विभाग ने बरामद असले को जब्तकर मामले की छानबीन शुरू कर दी है। भौगोलिक दृष्टि से सराज के जंगल बेशकीमती पेड़ों के लिए विख्यात है। पिछले कुछ सालों में तस्करों की ऐसी नजर पड़ी है, कि उन्होंने अब खनोर और मैपल के पुराने पेड़ों को निशाना बना कर गोरख धंधे की नई तरकीब खोज ली है। प्रथम दृष्टया मामले में लकड़ी की तस्करी के तार बाहरी राज्यों आसाम, उड़ीसा से जुड़ने की आशंका जताई जा रही है। जहां इन लकड़ियों का मंहगी सामग्रियों के इस्तेमाल में होने का अनुमान जताया जा रहा है। मामला तब उजागर हुआ जब बीते शनिवार देर रात साढ़े बारह बजे बखारी के जंगल के बीच तस्कर कार्रवाई को अंजाम दे रहे थे। ग्रामीणों ने आरी की आवाज सुनते ही बीट गार्ड बलबंत सिंह को सूचना दी कि जंगल मे अवैध कटान हो रहा है। बीट गार्ड ने सूचना मिलते ही ग्रामीणों के साथ रात को दबिश दी। जहां शमगलर घटना स्थल से फरार हो गए थे।

मामले में इन तस्करों को लोकल वन काटुओं की शय मिलने का भी अनुमान जताया गया। जिससे वह गाढ़ी कमाई में लगे रहते हैं। डीएफओ नाचन तीर्थराज धीमान ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि बखारी के जंगल में कुछ अज्ञात लोगों ने खनोर तथा मैपल के पेडों को क्षति पहुंचाई है। जो घटना स्थल से फरार पाए गए हैं। वन विभाग ने मौके से तीन बड़े बैग, तीन पैट्रोल की बोतले, कुल्हाड़ी तथा पैट्रोली आरी समेत 12 लकड़ी के पीस बरामद कर अपने कब्जे में ले लिए हैं। उन्होंने बताया कि वन विभाग की टीम जंगल को छान रही है कि कहीं 3 पेड़ो से अधिक अन्य को भी नुकसान तो नहीं पहुंचाया गया है। रिपोर्ट के बाद पुलिस में मामला दर्ज किया जाएगा। विभाग मामले की छानबीन में जुट गया है।Conclusion:
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