करसोग: हिमाचल में अब विधानसभा चुनाव (Himachal Assembly Elections 2022) के ऐलान में अब कुछ समय शेष बचा है. ऐसे में प्रदेश में सियासी पारा भी चढ़ गया है. राजनीतिक दलों में भी इन दिनों टिकट देने को लेकर मंथन चल रहा है. दोनों ही बड़े राजनीतिक दलों से इस बार महिलाएं भी मजबूती के साथ टिकट के लिए अपना पक्ष रख रही हैं. हालांकि कि पिछले चुनावों पर गौर करें तो पुरुषों की तुलना में बहुत कम संख्या में महिलाओं को कुछेक विधानसभा क्षेत्रों में टिकट दिए जाते रहे हैं. इन विधानसभा क्षेत्रों में से करसोग विधानसभा क्षेत्र भी एक है. करसोग विधानसभा सीट से कांग्रेस और बीजेपी दोनों दलों ने अबतक किसी महिला को टिकट नहीं दिया है. हालांकि इस साल विधानसभा चुनाव मे ंटिकट के लिए कांग्रेस से 2 और बीजेपी से एक महिला टिकट के लिए कतार में हैं. अब देखना होगा कि दोनों पार्टी किसे अपना यहां से उम्मीदवार बनाती है.
हिमाचल में करसोग 26वां विधानसभा क्षेत्र (आरक्षित) है. चार जिला परिषद वार्ड वाले इस विधानसभा क्षेत्र का इतिहास देखें तो यहां नारी सशक्तिकरण के दावे करने वाले किसी भी बड़े राजनीतिक दल कांग्रेस और भाजपा ने टिकट के लिए महिला पर भरोसा नहीं जताया है. जिससे विधानसभा चुनाव में आधी आबादी कहे जाने वाली मातृशक्ति का केवल वोट बैंक के तौर पर प्रयोग हुआ है.
ऐसे में इस बार दोनों ही दलों से तीन महिलाओं ने टिकट के लिए मजबूती से साथ अपनी दावेदारी जताई हैं. इसमें कांग्रेस से पूर्व विधायक स्वर्गीय मस्तराम की पत्नी एवं पूर्व जिला परिषद सदस्य व प्रदेश कांग्रेस कमेटी की सचिव निर्मला चौहान सहित ब्लॉक महिला कांग्रेस की अध्यक्ष एवं पूर्व पंचायत समिति अध्यक्ष चमेलु देवी ने टिकट के लिए आवेदन किया है. वहीं भाजपा से भी अनिता देवी ने टिकट के लिए अपना पक्ष रखा है.
वहीं, अगर मतदाताओं की बात करें तो करसोग विधानसभा क्षेत्र में कुल मतदाताओं की संख्या 74,675 हैं. इसमें अकेले महिला वोटरों की संख्या 36,797 है. जो कुल मतदाता का करीब 49.27 फीसदी है. जोकि पुरुष मतदाताओं (Voters in Karsog assembly constituency) के करीब हैं. नारी शक्ति के संख्या बल को देखते हुए दोनों दलों से महिलाओं ने टिकट के लिए मजबूती के साथ अपना पक्ष रखा है.
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