मंडी: जिला मंडी सेंट्रल रेंज में बतौर एसओ तैनात रामदेव को एक बार फिर राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित किया गया है. रामदेव को साल 2007 में भी सराहनीय सेवाओं के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक से नवाजा जा चुका है. जबकि इस बार उन्हें साल 2017 में विशिष्ट सेवाओं के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक से अलंकृत किया गया है. उन्हें ये सम्मान देने की घोषणा 15 अगस्त 2017 को की गई थी.
कुल्लू जिला के बंजार उपमंडल की सैंज तहसील के नियाही गांव से संबंध रखने वाले रामदेव ने एक बार फिर अपनी निष्ठा से प्रदेश का नाम रोशन कर दिया है. प्रदेश के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने मंगलवार को राजभवन में रामदेव को राष्ट्रपति पुलिस पदक से नवाजा.
बता दें कि अपने 36 वर्ष पुलिस विभाग में सेवा के दौरान रामदेव को असाधारण कार्यों के लिए कुल 127 प्रशस्ति पत्र और 1 डीजीपी डिस्क भी मिला है. रामदेव ने बतौर पुलिस अधिकारी विजीलेंस में भी सराहनीय कार्य किए हैं. इन्होंने एक जज को रिश्वत लेते भी दबोचा था और एक दर्जन से अधिक सरकारी और गैर सरकारी कर्मचारियों को भी रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया था.
नशे पर शिकंजा कसने में भी रामदेव ने अहम भूमिका निभाई है. इन्होंने जिला मंडी और कुल्लू में चरस और अफीम तस्करी के कई मामले पकड़े थे. वहीं, दुर्गम इलाकों में भांग और अफीम की खेती को नष्ट करने में भी इनका बड़ा योगदान रहा है. आजकल रामदेव मंडी सेंट्रल रेंज में बतौर एसओ तैनात हैं.
कई जटिल मामलों को सुलझाने के लिए पुलिस विभाग रामदेव की ही सेवाएं लेता रहा है. बतौर सब इंस्पेक्टर और इंस्पेक्टर सराहनीय सेवाओं के साथ विशिष्ट सेवाओं के लिए अलग-अलग कैटागरी में दो बार राष्ट्रपति पुलिस पदक प्राप्त करने वाले रामदेव पहले अधिकारी बने हैं. जिससे बंजार घाटी में खुशी का माहौल है.
ये भी पढ़ें: महिला तस्कर के घर से मिला 350 किलोग्राम चूरापोस्त...देशी कट्टा भी बरामद