सराज: जिला मंडी में शिवरात्रि उत्सव के दौरान जातीय भेदभाव मामले में 2 व्यक्तियों पर एट्रोसिटी एक्ट के तहत केस दर्ज करने पर राजपूत समाज के लोगों में रोष है. इस पूरे प्रकरण के खिलाफ 18 मार्च को सराज हल्के के बालीचौकी में राजपूत सभा ने प्रदर्शन का ऐलान किया है.
मंगलवार को सराज हल्के के बालीचौकी में स्वर्ण समाज के लोगों ने एक आम सभा का आयोजन किया. आम सभा में सवर्ण समाज की सराज इकाई के लगभग 90 प्रतिनिधियों ने भाग लिया. सभा में मंडी शिवरात्रि उत्सव के दौरान थाची वार्ड के जिला परिषद सदस्य दिलेराम और एक अन्य युवक विजय पर एट्रोसिटी एक्ट के तहत केस दर्ज करवाने को कुछ असामाजिक तत्वों की साजिश करार दिया है.
राजपूत सभा के कुल्लू जिला अध्यक्ष जितेंद्र राजपूत ने कहा कि इस पूरे घटना का जो वीडियो बनाया गया है. उसमें कहीं भी न जातिसूचक गालीगलौच है और न ही भोजन के बीच से उठाने की घटना साबित हो रही है.
इस दौरान राजपूत सभा के सराज खण्ड अध्यक्ष डोलेराम ने कहा कि स्थानीय समाज ने इस पूरे प्रकरण के विरोध स्वरूप 18 मार्च को बालीचौकी में एक बड़े आंदोलन की घोषणा की है, जिसके माध्यम से एट्रोसिटी एक्ट के दुरुपयोग को रोकने और मंडी प्रकरण में आरोपित राजपूत समाज के दोनों व्यक्तियों के खिलाफ केस वापस लेने की भी मांग की जाएगी.
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सवर्ण समाज की इस आम सभा मे एट्रोसिटी एक्ट को तुगलकी फरमान बताते हुए इसे वापस लेने की भी मांग की गई. मंगलवार को स्वर्ण समाज की उक्त बैठक में मंडी जिला कारदार संघ के अध्यक्ष शिवपाल शर्मा के मीडिया को दिए गए बयान की भी आलोचना की गई और उक्त बयान को देव समाज की परंपराओं के ऊपर कुठाराघात बताया गया. सवर्ण समाज ने जिला कारदार संघ के अध्यक्ष से उक्त बयान को लेकर जहां माफी मांगने की बात की है.
वहीं, राजनीतिक दलों को आगाह किया है कि ऐसे मामलों में प्रतिक्रिया और राजनीतिक बयान जारी करने से पूर्व घटना की तह तक जाया जाए, अगर ऐसा नहीं हुआ तो सवर्ण समाज बिना तथ्य जाने बयानबाजी करने वाले नेताओं के घेराव भी करेगा.
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