सुंदरनगर: मुर्गी पालन की ओर बढ़ रहे किसानों के रुझानों से चिकन और अंडे प्रदेश के लोगों की पसंद बनता जा रहा है. प्रदेश में चिकन और अंडे की खपत उत्पादन से ज्यादा होने का खुलासा सालाना बढ़ रहे अंडे और चिकन की पैदावार के लक्ष्य को मद्देनजर रखकर लगाया जा सकता है.
प्रदेश के एक मात्र कुक्कुट पालन केंद्र सुंदरनगर में इस वर्ष 3 लाख 11 हजार चूजे तैयार करने का लक्ष्य तय किया गया है. हिमाचल में उत्पादन करने वाले मंडी जिले के सुंदरनगर और सिरमौर जिले के नाहन में ही मात्र दो हिम हैचरी है जिससे प्रदेश की 70 लाख की आबादी की डिमांड पूरी की जाती है. बता दें कि पिछले साल एक 2 लाख 20 हजार चूजे तैयार करने का टारगेट था जिसे इस साल 3 लाख 11 हजार तय किया गया है.
बता दें कि 21 दिन और 18 दिन अलग अलग मशीनों में तापमान मेंटेन किया जाता है और 3 दिन अंडों को हैचर में रखा जाता है फिर अंडे से चूजा बाहर आता है. पोल्ट्री फार्म सुंदरनगर सहायक निदेशक डॉ. दीपक भारद्वाज ने कहा कि हिमाचल में अंडों और चूजों की डिमांग क्षमता से अधिक है. मुर्गी पालन लोगों की पंसद बनता जा रहा है जिसके चलते उत्पादन से लेकर लक्ष्य में भी बढ़ोतरी हुई है.