मंडी: बीएसएल थाना पुलिस ने ठगी के आरोपी को पकड़ने में बड़ी सफलता हासिल की है. पुलिस ने आरोपी को जम्मू के उधमपुर से हिरासत में लिया है.
जानकारी के अनुसार बल्ह के बाल्ट निवासी छविराम ने बीएसएल पुलिस थाना में एक लिखित शिकायत पत्र देते हुए आरोप लगाए कि मार्च 2018 में आरोपी वरूण सिंह से उनकी मुलाकात सुंदरनगर मे हुई थी. वरूण ने उन्हें भारत सरकार के सर्वे ऑफ इंडिया में कार्यरत होने के बारे में बताया.
शिकायतकर्ता ने कहा कि आरोपी वरूण ने उनसे सर्वे ऑ इंडिया में कुछ खाली पड़े पदों को भरने के लिए बायोडाटा और शिक्षा संबंधित जरूरी कागजात धनोटू कार्यालय या इमेल पर जमा करने के लिए कहा. इसके बाद आरोपी वरूण ने नौकरी के लिए उन्हें 50 हजार रुपये की राशि धनोटू स्थित कार्यालय में जमा करवाने के लिए कहा.
शिकायतकर्ता ने कहा कि उनके साथ-साथ दिनेश, सन्नी,नीतू, कुसुम लता, कमलेश, गौतम राम और शिव कुमार को ऑफिस में विभिन्न पदों पर रख लिया और तकरीबन 3 महीने तक वेतन नहीं दिया गया. इस पर सभी कर्मचारियों ने आरोपी वरूण से वेतन मांग की. इस दौरान वरूण ने सभी से हेड ऑफिस देहरादून में ज्वाइनिंग नहीं होने के कारण सेलरी नहीं निकलने का बहाना बनाया.
इस पर वरूण ने शिकायतकर्ता सहित अन्य सभी कर्मचारियों का बैंक अकाउंट नंबर, आधार कार्ड, पैन कार्ड और शिक्षा संबंधी दस्तावेज ले लिए गए. शिकायतकर्ता ने कहा कि पिछले वर्ष 9 जुलाई से आरोपी वरूण सिंह ऑफिस भी नहीं आ रहा था और अपने सभी मोबाइल नंबर बंद कर दिए थे. शिकायतकर्ता ने कहा कि आरोपी वरूण सिंह ने उनके साथ धोखाधड़ी व जालसाजी के साथ उनके दस्तावेजों का दुरुपयोग कर लाखों रुपये लेकर फरार हो गया.
वहीं, पुलिस थाना बीएसएल कालोनी ने आरोपी वरूण सिंह के खिलाफ आईपीसी की धारा 419 और 420 का मामला दर्ज कर लिया. मामले में जांच के दौरान पुलिस ने आरोपी का मोबाइल फोन ट्रैकिंग पर लगाकर उसकी मौजूदगी जम्मू और कश्मीर के उधमपुर में पाई. पुलिस टीम ने जांच अधिकारी दिनेश कुमार के नेतृत्व में उधमपुर जाकर आरोपी वरूण सिंह को हिरासत में लेकर सुंदरनगर लाया गया है.
एसएचओ बीएसएल कालोनी प्रकाश चंद मिश्रा ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा कि सर्वे आफ इंडिया का ऑफिस सुंदरनगर के धनोटू में खोलकर लोगों के साध धोखाधड़ी करने के मामले में आरोपी वरूण सिंह को उधमपुर से हिरासत में ले लिया गया है. उन्होंने कहा कि आरोपी उधमपुर में भी सर्वे आफ इंडिया का ऑफिस खोलकर लोगों के साथ धोखाधड़ी करने जा रहा था. मामले में जांच जारी है.
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