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देव बाला टिक्का 5 साल बाद अपने प्रवास पर निकले, लोगों को मिल रहा स्वास्थ्य लाभ

सुंदरनगर के देव बाला टिक्का 5 साल के बाद अपने क्षेत्र के दौरे(फेर) के दौरान गांव चलैला में तीन दिन के लिए रूके हुए हैं. देव बाला टिक्का कमांद स्वास्थ्य के देवता के तौर पर जाने जाते हैं, जो लोगों व पशुओं को स्वास्थ्य लाभ का आशीर्वाद देते हैं. देव बाला टिक्का बड़ा देव कमरूनाग के जयेष्ठ पुत्र हैं.

Dev Bala Tikka in mandi
Dev Bala Tikka in mandi
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Published : Jan 13, 2020, 10:43 AM IST

सुंदरनगरः जिला मंडी के सुंदरनगर के देव बाला टिक्का 5 साल के बाद इनदिनों अपने क्षेत्र के दौरे(फेर) पर निकले हुए हैं. इसको लेकर देव बाला टिक्का ने ग्राम पंचायत डोलधार के गांव चलैला में तीन दिन के लिए रूके हैं और देव खेल के माध्यम से भक्तों को अपना आशीश प्रदान कर रहे हैं.

बता दें कि देव बाला टिक्का कमांद 5 वर्षों के बाद ही अपने क्षेत्र का दौरा कर भक्तों को आशीर्वाद देते हैं. वहीं, देव बाला टिक्का कमांद स्वास्थ्य के देवता के तौर पर जाने जाते हैं, जो लोगों व पशुओं को स्वास्थ्य लाभ का आशीर्वाद देते हैं. देव बाला टिक्का बड़ा देव कमरूनाग के जयेष्ठ पुत्र हैं और अपने प्रतापी तेज से क्षेत्र में मशहूर हैं.

वीडियो.

स्थानीय लोगों की मान्यता है कि देव बाला टिक्का देव खेल के माध्यम से भक्तों व पशुओं के असाध्य रोगों को ठीक करते हैं, जिससे कई रोग ग्रसित लोग व पशु लाभान्वित हुए हैं. देव बाला टिक्का कमेटी कमांद के प्रधान खेम राज ने कहा कि देव बाला टिक्का कमांद 5 साल में सिर्फ एक बार अपने मूल स्थान से दो महिनों के प्रवास पर निकल कर भक्तों को आशीर्वाद देते हैं.

उन्होंने कहा कि देवता के 23 मेले लगते हैं और सभी मेलों में देवता शिरकत करते हैं. मेलों के दौरान भी देवता देव खेल के माध्यम से लोगों के कष्टों का निवारण करते हैं. प्रधान खेमराज ने कहा कि अपने प्रवास के दौरान देवता 2 महीने तक गांव-गांव लोगों के घर जाकर आतिथ्य स्वीकार करते हैं.

उन्होंने कहा कि देवता की यह परंपरा सदियों से चलती आ रही है और देवता द्वारा लोगों व पशुओं का ईलाज करने के लिए इन्हें स्वास्थ्य के देवता भी माना जाता है. उन्होंने कहा कि पुजारी नेक राम व गुर गंगा राम देव बाला टिक्का कमांद के साथ अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं.

ये भी पढ़ें- क्या आपने देखा है इतना बड़ा बर्तन? तत्तापानी में इस पतीले में बनेगी 11 क्विंटल खिचड़ी

सुंदरनगरः जिला मंडी के सुंदरनगर के देव बाला टिक्का 5 साल के बाद इनदिनों अपने क्षेत्र के दौरे(फेर) पर निकले हुए हैं. इसको लेकर देव बाला टिक्का ने ग्राम पंचायत डोलधार के गांव चलैला में तीन दिन के लिए रूके हैं और देव खेल के माध्यम से भक्तों को अपना आशीश प्रदान कर रहे हैं.

बता दें कि देव बाला टिक्का कमांद 5 वर्षों के बाद ही अपने क्षेत्र का दौरा कर भक्तों को आशीर्वाद देते हैं. वहीं, देव बाला टिक्का कमांद स्वास्थ्य के देवता के तौर पर जाने जाते हैं, जो लोगों व पशुओं को स्वास्थ्य लाभ का आशीर्वाद देते हैं. देव बाला टिक्का बड़ा देव कमरूनाग के जयेष्ठ पुत्र हैं और अपने प्रतापी तेज से क्षेत्र में मशहूर हैं.

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स्थानीय लोगों की मान्यता है कि देव बाला टिक्का देव खेल के माध्यम से भक्तों व पशुओं के असाध्य रोगों को ठीक करते हैं, जिससे कई रोग ग्रसित लोग व पशु लाभान्वित हुए हैं. देव बाला टिक्का कमेटी कमांद के प्रधान खेम राज ने कहा कि देव बाला टिक्का कमांद 5 साल में सिर्फ एक बार अपने मूल स्थान से दो महिनों के प्रवास पर निकल कर भक्तों को आशीर्वाद देते हैं.

उन्होंने कहा कि देवता के 23 मेले लगते हैं और सभी मेलों में देवता शिरकत करते हैं. मेलों के दौरान भी देवता देव खेल के माध्यम से लोगों के कष्टों का निवारण करते हैं. प्रधान खेमराज ने कहा कि अपने प्रवास के दौरान देवता 2 महीने तक गांव-गांव लोगों के घर जाकर आतिथ्य स्वीकार करते हैं.

उन्होंने कहा कि देवता की यह परंपरा सदियों से चलती आ रही है और देवता द्वारा लोगों व पशुओं का ईलाज करने के लिए इन्हें स्वास्थ्य के देवता भी माना जाता है. उन्होंने कहा कि पुजारी नेक राम व गुर गंगा राम देव बाला टिक्का कमांद के साथ अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं.

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Intro:देव कमरुनाग के जेष्ठ पुत्र देव बाला टिक्का पांच वर्ष बाद अपने प्रवास पर निकले, लोगो को मिल रहा स्वास्थ्य लाभBody:एंकर : सुकेत रियासत (सुंदरनगर) के प्रसिद्ध देवता श्री देव बाला टिक्का कमांद हैं जो लोगों व पशुओं को स्वास्थ्य लाभ प्रदान करने के लिए स्वास्थ्य विभाग के देवता के तौर पर जाने जाते हैं।
बता दें कि देव बाला टिक्का बड़ा देव कमरूनाग के जयेष्ठ पुत्र हैं और अपने प्रतापी तेज के क्षेत्र में मशहूर हैं। देव बाला टिक्का कमांद 5 वर्षों के बाद ही अपने क्षेत्र का दौरा कर भक्तों को आशीर्वाद देते हैं। वहीं देव बाला टिक्का 5 वर्षों के बाद आजकल अपने क्षेत्र के दौरे(फेर) पर निकले हुए हैं। इसको लेकर देव बाला टिक्का ने ग्राम पंचायत डोलधार के गांव चलैला में तीन दिन के लिए रूके हुए हैं और देव खेल के माध्यम से भक्तों को अपना आशीर्वाद प्रदान कर रहे हैं। मान्यतानुसार देव बाला टिक्का देव खेल के माध्यम भक्तों व पशुओं के असाध्य रोगों को ठीक करने का दावा करते हैं, जिससे आज तक कई रोग ग्रसित लोग व पशु लाभान्वित हुए हैं। जानकारी देते हुए देव बाला टिक्का कमेटी कमांंद प्रधान खेम राज ने कहा कि देव बाला टिक्का कमांद 5 वर्ष में मात्र एक बार अपने मूल स्थान से दो महिनों के प्रवास पर निकल कर भक्तों को आशीर्वाद प्रदान करते हैं। उन्होंने कहा कि देवता के 23 मेले लगते हैं और सभी मेलों में देवता शिरकत करते हैं। उन्होंने कहा कि मेलों के दौरान भी देवता देव खेल के माध्यम से लोग अपने कष्टों का निवारण करते हैं। खेमराज ने कहा कि अपने प्रवास के दौरान देवता 2 माह तक गांंव-गांव लोगों के घर जाकर आतिथ्य स्वीकार करते हैं। उन्होंने कहा कि देवता की यह परंपरा सदियों से चलती आ रही है और देवता द्वारा लोगों व पशुओं का ईलाज करने के लिए इन्हें स्वास्थ्य विभाग के देवता के दौर पर भी माना जाता है। उन्होंने कहा कि पुजारी नेक राम व गुर गंगा राम देव बाला टिक्का कमांद के साथ अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं।Conclusion:बाइट : खेमराज प्रधान देव बाला टिक्का कमेटी कमांंद
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