करसोगः उपमंडल करसोग के प्रसिद्ध धार्मिक पर्यटन स्थल तत्तापानी में अब लोग पवित्र स्थान नहीं कर सकेंगे. वैश्विक कोरोना महामारी को देखते हुए स्थानीय पंचायत ने स्नानागार को बंद कर दिया है. ऐसे में स्थानीय लोगों सहित बाहरी राज्यों से आने वाले पर्यटक अब स्नान नहीं कर सकेंगे.
इस निर्णय के बारे में लोगों को अवगत कराने के लिए तत्तापानी में सूचना लगा दी गई है. इसके बाद भी अगर कोई आदेशों की अवहेलना करता है तो ऐसे लोगों के खिलाफ कोविड एक्ट के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी. पंचायत ने करसोग प्रशासन सहित पुलिस को भी निर्णय के बारे में सूचित कर दिया है. इन आदेशों की सख्ती के साथ पालना करवाने के लिए पुलिस से स्नानागार की नियमित गश्त बढ़ाने को भी कह दिया है.
पंचायत के मुताबिक क्षेत्र में कोरोना वायरस संक्रमण न फैले इसको देखते हुए एहतियात के तौर पर निर्णय लिया गया है. पंचायत ने लोगों से भी सहयोग की अपील की है. बता दें कि करसोग में इन दिनों सेब सीजन पीक पर है, ऐसे में बड़ी संख्या में ट्रक दिल्ली सहित देश की अन्य मंडियों में सेब लेकर जा रहे हैं.
इस दौरान ट्रक चालकों का सब्जी मंडियों में लोगों से काफी संपर्क रहता है. ऐसे में जब ट्रक चालक वापसी पर तत्तापानी में स्थित स्नानागारों में स्नान करते हैं तो इससे कोरोना संक्रमण फैलने का अंदेशा बना रहता है.
इसके अतिरिक्त बाहरी राज्यों से बड़ी संख्या में पर्यटक भी तत्तापानी में स्नान के लिए पहुंचते है. इसको देखते हुए बहुत से लोगों ने पंचायत से भी स्नानागार बंद करने का आग्रह किया था. ऐसे में जनभावना को देखते हुए पंचायत ने स्नानागार बंद करने का फैसला लिया है.
तत्तापानी पंचायत की प्रधान मीना वर्मा ने बताया कि कोरोना महामारी को देखते हुए स्नान करने वाले स्थानों को बंद कर दिया है. दिल्ली से ट्रक चालक वापस आने पर स्नान करते हैं. इससे कोरोना महामारी फैलने का खतरा रहता है. उन्होंने कहा कि अगर कोई नहाते हुए पकड़ा जाता है तो ऐसे लोगों के खिलाफ कोविड एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी.
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