करसोग: प्रसिद्ध श्री मूल माहूंनाग का जन्मदिन (MUL MAHUNAG BIRTHDAY) आज हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा. दानवीर कर्ण का अवतार माने जाने वाले श्री मूल माहूंनाग का मंदिर बखारी कोटी में स्थित है. कोरोना काल के 2 साल बाद मनाए जा रहे श्री मूल माहूंनाग के जन्मदिन पर बाहरी राज्यों सहित 10 से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है.
विक्रमादित्य जन्मदिन समारोह में शामिल होंगे: कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह दोपहर 1 बजे श्री मूल माहूंनाग के जन्मदिन समारोह में शामिल होंगे. वहीं, माहूंनाग से करीब 3 किलोमीटर पहले कुफरी में आज मेला भी लगेगा, जिसमें मूल माहूंनाग भी पधारेंगे. वहीं रविवार रात को जागरण और भंडारे का आयोजन किया गया.
शिमला से 100 किलोमीटर दूर: श्री मूल माहूंनाग के मंदिर तक सड़क की सुविधा है. यह प्रसिद्ध देव स्थल शिमला से करीब 100 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. बाहरी राज्य जैसे पंजाब, हरियाणा, दिल्ली आदि जगहों से श्रद्धालु शिमला-करसोग मुख्यमार्ग से वाया धार्मिक पर्यटन स्थल तत्तापानी होकर श्री मूल माहूंनाग के दर्शन करने को पहुंच सकते हैं. यहां बाहरी राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए सरायं की भी व्यवस्था है.
मनोकामानाएं होती पूरी: श्री मूल माहूंनाग के दर्शन करने से भक्तों की मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं. बताया जाता है कि लोगों के कष्टों को दूर करने के लिए श्री मूल माहूंनाग की उत्पत्ति सदियों पहले शैंधल नामक स्थान पर हुई थी. तभी से देवता का जन्मदिन हर साल मनाया जा रहा. मंदिर कमेटी के प्रधान संतराम ने बताया कि श्री मूल माहूंनाग का जन्मदिन सोमवार को हर्षोल्लास से मनाया जाएगा. इस उपलक्ष्य में देवता को 56 भोग का प्रसाद चढ़ाया जाएगा.
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