करसोग/मंडीः जिला की कई पंचायतों में अब जल्द ही लोगों को पेयजल संकट से निजात मिल सकती है. सरकार इस साल दिसंबर महीने में 4.50 करोड़ की लागत से तैयार हो रही चैरा-धमून उठाऊ पेयजल योजना को जनता के लिए समर्पित कर सकती है.
लोगों को जल्द से जल्द इस योजना का लाभ मिले, इसके लिए स्थानीय विधायक हीरालाल ने स्पॉट पर जाकर पेयजल योजना का औचक निरीक्षण किया. इस पेयजल योजना के शुरू होने से तीन पंचायतों मैंडी, शाओट व बलीधार के 17 गांव में पेयजल संकट दूर होगा.
वर्ष 2015 में ये योजना 2179 की आबादी के लिए डिजाइन की गई थी, लेकिन कार्य में बरती गई सुस्ती से योजना निर्धारित समयावधि में पूरी नहीं हो पाई. करसोग में लगातार बढ़ते पेयजल संकट को देखते हुए सरकार ने अब कार्य को लेकर सख्ती दिखाई है.
ऐसे में जल शक्ति विभाग को दिसम्बर माह तक योजना को पूरा करने का अल्टीमेटम जारी किया गया है. स्थानीय विधायक खुद पेयजल योजना के काम की समय-समय पर अधिकारियों से रिपोर्ट ले रहे हैं. वहीं, अब उम्मीद जताई जा रही हैं, कि ये पेयजल योजना अगले चार महीनों में बनकर तैयार हो जाएगी.
ये कार्य हो चुका है पूरा
चैरा-धमून उठाऊ पेयजल योजना का काम अब तेज गति से चला रहा है. इस योजना के तहत जल भंडारण टैंक बनकर तैयार हो चुका है. इसके अतिरिक्त पाइप लाइन बिछाने का कार्य भी पूरा किया गया है. पानी को लिफ्ट करने के लिए बिजली के ट्रांसफार्मर लगाने का काम भी पूरा हो चुका है.
यहीं, नहीं पानी को उठाने के लिए मोटरें भी स्पॉट पर पहुंचाई जा चुकी है. अब सिर्फ फिल्टर बेड बनाने का कार्य ही शेष बचा है. सरकार के आदेशों के बाद इस काम को भी अब जल्द ही पूरा किया जाएगा.
विधायक हीरालाल का कहना है कि चैरा धमून पेयजल योजना का औचक निरीक्षण किया गया. ये पेयजल योजना दिसंबर में बनकर तैयार हो जाएगी. उन्होंने कहा कि इससे तीन पंचायतों में पानी की कमी नहीं होगी.
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