मंडी: डीसी ऋग्वेद ठाकुर ने एचआरटीसी और निजी बस चालकों के साथ हुई बैठक में जीरो एक्सीडेंट स्टेट बनाने की बात कही. उन्होंने कहा कि ऐसा काम करें कि पहाड़ी प्रदेश में बस सफर पूरी तरह सुरक्षित हो और यातायात व्यवस्था पर लोगों का भरोसा बढ़े.
डीसी ने बस संचालकों से प्रत्येक रूट पर चलने वाली उनकी बस के ड्राइवर की फोटो सहित पूरी जानकरी हफ्तेभर में क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी (आरटीओ) कार्यालय में देने और हर बस के अंदर और बाहर ड्राइवर की फोटो और जानकारी प्रमुखता से प्रदर्शित करने के निर्देश दिए, ताकि सवारियों को बस ड्राइवर के बारे में जानकारी रहे.
ऋग्वेद ठाकुर ने कहा कि बसों में आरटीओ कार्यालय के फोन नंबर भी लिखे हों, जिससे बस में सफर कर रहे लोग किसी अप्रिय स्थिति की सूचना दे सकें. उन्होंने लोगों से आग्रह किया अगर बस में जिस ड्राइवर का फोटो लगा है उसके स्थान पर कोई और बस चला रहा हो, तो तुरंत फोन नंबर पर कॉल करें.
इसके अलावा ड्राइवर नशे में बस चलाते हुए, मोबाइल पर बात करते या म्यूजिक सिस्टम चलाते दिखाई दे रहा है, तो यात्री तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दें. वहीं, उन्होंने बस संचालकों से ऐसे रूट की जानकारी भी सांझा करने को कहा, जिन पर अक्सर ओवरलोडिंग की समस्या रहती है.
बैठक में एएसपी मंडी व आरटीओ मंडी ने भी ऑपरेटर्सको विभिन्न नियमों की जानकारी दी. वहीं, इस मौके बस संचालाकों ने रूट परमिट के संशोधन, सड़कों की स्थिति में सुधार, ड्राइवरों के लिए सरकार की ओर से प्रशिक्षण की व्यवस्था इत्यादि की मांगों के अलावा ओवर लोडिंग की समस्या से निजात के लिए कम दूरी के सफर पर सवारियों को वैकल्पिक परिवहन व्यवस्था करने सहित कई अन्य सुझाव दिए.