सुंदरनगर: हिमाचल परिवहन सेवानिवृत्त कर्मचारी कल्याण मंच की बैठक प्रधान कर्म सिंह ठाकुर की अध्यक्षता में संपन्न हुई. बैठक में मंच ने परिवहन मंत्री से मांग की है कि जो लंबित वित्तीय लाभ शेष बचे हैं, उन्हें पूरा किया जाए.
कर्म सिंह ठाकुर ने कहा कि परिवहन पेंशनर्स की पेंशन का कोई स्थाई समाधान किया जाए. इस संबंध में दो सूत्रीय मांग पत्र सरकार को दिए गए थे, लेकिन अभी तक कोई भी हल नहीं हुआ है.
हिमाचल परिवहन सेवानिवृत्त कर्मचारी कल्याण मंच के प्रधान कर्म सिंह ठाकुर ने बताया कि प्रदेश में 6500 कर्मचारी इस कोरोना काल में सीधे तौर पर प्रभावित हुए हैं. 215 करोड़ की देनदारी अभी सरकार की ओर से कर्मचारियों को देना बाकी है. उन्होंने कहा कि हिमाचल पथ परिवहन विभाग से जो कर्मी सेवानिवृत्त हुए हैं, उन्हें अभी तक पेंशन लगना तो दूर कोई अन्य वित्तीय लाभ भी नहीं मिला है.
वहीं, मंच ने सरकार को चेताया है कि अगर उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया, तो आगामी दिनों में आंदोलन किया जाएगा. कोरोना काल में बिना पेंशन और वित्तीय लाभ के परिवहन विभाग से सेवानिवृत्त कर्मचारियों को अपना और परिवार का पोषण करना मुश्किल हो गया है. उन्होंने बताया कि साल 2015 से शेष मांगें लंबित पड़ी हुई हैं, जिनमें ग्रेच्युटी 50 करोड़, महंगाई भत्ता 40 करोड़, पेंशनरों का पेंशन एरियर 30 करोड़ और मेडिकल बिलों का भुगतान 15 करोड़ बनता है, जिसका अभी तक भुगतान नहीं किया गया है.
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