धर्मपुर/मंडी: धर्मपुर विकास खंड के एक दर्जन से ज्यादा निर्माण और मनरेगा मजदूरों को श्रमिक कल्याण बोर्ड से पेंशन मिलना शुरू हो गई है. ये जानकारी हिमाचल प्रदेश निर्माण मजदूर फेडरेशन के राज्य महासचिव भूपेंद्र सिंह ने दी.
हिमाचल प्रदेश निर्माण मजदूर फेडरेशन के राज्य महासचिव भूपेंद्र सिंह ने बताया कि चार साल पहले संगठन के जरिए जिन मनरेगा मजदूरों को हिमाचल प्रदेश राज्य श्रमिक कल्याण बोर्ड का सदस्य बनाया गया था. उसमें से ज्यादा मजदूर पेंशन के लिए पात्र हो गए हैं, जिसमें से 13 मजदूरों को बोर्ड द्वारा पेंशन भी मिलनी शुरू हो गई है.
जिला परिषद सदस्य भूपेंद्र सिंह ने बताया कि जो भी मनरेगा और निर्माण से संबंधित मजदूर बोर्ड का सदस्य बनता है वो पेंशन का हकदार होता है और उसे एक हजार रुपये मासिक पेंशन मिलती है. उन्होंने कहा कि पहले चरण में जिन मजदूरों को पेंशन सुविधा उपलब्ध हुई है, उसमें डरवाड़ गांव की सरला देवी, मोरतन गांव की भी सरला देवी, बाहरू गांव की कांता देवी और गुड्डी देवी शमिल हैं.
भूपेंद्र सिंह ने बताया कि मंडी जिला के धर्मपुर विकास खंड में सबसे अधिक संख्या में ये सुविधा मुहैया कराई गई है. उन्होंने कहा कि धर्मपुर विकास खंड में मजदूरों के मार्गदर्शन और सहायता के लिए सीटू से जुड़ी मजदूर यूनियन ने 15 स्थानों पर कार्यालय स्थापित किए हैं. जिसके माध्यम से सात हजार से ज्यादा मजदूरों को बोर्ड से पंजीकृत करवाया गया है और उन्हें अभी तक दस करोड़ रुपये का लाभ भी बोर्ड से मिल चुका है.
जिला परिषद सदस्य भूपेंद्र सिंह ने बताया कि मजदूरों के बच्चों की पढ़ाई के लिए छात्रवृत्ति, शादी के लिए सहायता राशि, प्रसूति सुविधा और सात प्रकार की उपयोग की चीजें भी मिलती हैं जिसमें इंडक्शन हीटर, सोलर लैंप, साइकल, कंबल, टिफिन बॉक्स, वाटर फिल्टर, डिनर सेट शमिल है.
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