करसोगः विधानसभा क्षेत्र करसोग के सिविल अस्पताल में विशेषज्ञों की कमी के चलते वहां आने वाले मरीजों को भारी परेशानियों से जूझना पड़ रहा है. इसे लेकर महिलाओं ने एसडीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को एक ज्ञापन सौंपा है, जिसमें अस्पताल में विशेषज्ञों के पद भरने की मांग की गई है.
महिलाओं का कहना है करसोग विधानसभा क्षेत्र सीएम विधानसभा सिराज की सीमाओं के साथ जुड़ा क्षेत्र है. दोनों विस क्षेत्र के लोग इलाज के लिए करसोग के सिविल अस्पताल में आते हैं. इसलिए विशेषज्ञ डॉक्टरों की तैनाती की जानी चाहिए. जिससे दोनों विधानसभा क्षेत्र के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हो सके.
करसोग के 150 बिस्तर वाले इतने बड़े अस्पताल में विशेषज्ञ डॉक्टर न होने से सबसे अधिक परेशानियां महिलओं को झेलनी पड़ रही है. स्त्री रोग विशेषज्ञ न होने से महिलाओं को स्वास्थ्य जांच करवाने के लिए शिमला जाना पड़ रहा है. जिससे महिलाओं का पैसा और कीमती समय दोनों बर्बाद हो रहा है.
प्रसव से लिए करसोग लाई जाने वाली महिलाओं को भी विशेषज्ञ डॉक्टर तैनात न होने के कारण शिमला के लिए रेफर कर दिया जाता है. जिससे प्रसव की पीड़ा झेल रही महिलाओं और साथ आए तीमारदारों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.
ऐसे में करोड़ों रुपये खर्च करके तैयार किए गए इतने बड़े अस्पताल का जनता को कोई फायदा नहीं है. इसलिए पड़ोसी होने के नाते जनभावनाओं को समझते हुए करसोग के सिविल अस्पताल में महिला रोग विशेषज्ञ, अल्ट्रासाउंड विशेषज्ञ, सर्जरी, मेडिसन व बाल रोग विशेषज्ञ की जल्द से जल्द तैनाती की जाए. ताकि जनता को स्वास्थ्य सुविधाओं के लाभ लेने के लिए इधर उधर न भटकना पड़े.
अल्ट्रासाउंड मशीन है पर डॉक्टर नहीं
करसोग अस्पताल में अल्ट्रासाउंड की मशीन तो है, लेकिन इसके लिए सरकार ने कोई डॉक्टर नहीं भेजा है. ऐसे में यहां इलाज के लिए आने वाली महिलाओं को बाहर निजी सेवा पर निर्भर होकर अल्ट्रासाउंड करवाना पड़ रहा है या फिर मरीजों को मजबूरन शिमला या मंडी का रुख करना पड़ता है. यहां इलाज के लिए आने वाली हर दूसरी महिला को अल्ट्रासाउंड करवाने के लिए लिखा जाता है. ऐसे में महिलाओं को भारी परेशानियों से जूझना पड़ रहा है.
करसोग अस्पताल में 16 पद सृजित, 9 पद खाली अभी भी खाली
करसोग अस्पताल के लिए डॉक्टरों के कुल 16 पद सृजित किए गए हैं, लेकिन इसमें अभी तक डॉक्टरों के 9 पद खाली चल रहे हैं, जबकि वर्तमान में एक भी विशेषज्ञ डॉक्टर अस्पताल में तैनात नहीं है. एसडीएम करसोग सुरेंद्र कुमार ठाकुर का कहना है कि करसोग की महिलाओं ने विशेषज्ञ डॉक्टर भेजे जाने के लिए एक ज्ञापन सौंपा है. इससे मुख्यमंत्री को भेजा जा रहा है.
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