मंडी: अपने अभिनय के दम पर तीन बार नेशनल फिल्म अवॉर्ड जीतने वाली हिमाचल की बेटी कंगना रणौत को भारत सरकार ने पद्मश्री अवॉर्ड देने की घोषणा की है. देश के चौथे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्मश्री की घोषणा से कंगना के पैतृक गांव भांबला में खुशी की लहर है.
एक साथ दो खुशखबरी मिलने से कंगना के माता-पिता बेदह खुश हैं. कंगना की पंगा मूवी को भी बड़े पर्दे पर खूब सराहा जा रहा है. हालांकि पद्मश्री अवार्ड की घोषणा के बाद अभिभावकों की कंगना से बात नहीं हो पाई है और बेटी के फोन का इंतजार माता और पिता कर रहे हैं.
2006 में गैंगस्टर मूवी से बड़े पर्दे पर डेब्यू करने वाली कंगना ने अपने करियर में काफी उतार चढ़ाव देखे हैं और आज अभिनय के दम पर कंगना हिंदी सिनेमा के सुपर स्टार अभिनेत्रियों में से एक हैं. मॉडलिंग में हाथ आजमाने के लिए हिमाचल के छोटे से कस्बे से निकलकर दिल्ली होते हुए मायानगरी पहुंची कंगना ने बड़े परदे तक पहुंचने में कड़ा संघर्ष किया है.
कंगना मूलत मंडी जिला के भांबला से संबंध रखती हैं, जबकि पर्यटन नगरी मनाली के सिमसा में कंगना ने कार्तिकेय निवास के नाम से आलीशान बंगला बनाया है. कंगना बेहतरीन अदाकारा होने के साथ-साथ फिल्म निर्देशक भी हैं.
कंगना के पिता अमरदीप रणौत ने कहा कि कंगना को पदम श्री अवार्ड मिलने की खुशी को वो बयां नहीं कर सकते हैं और आज उन्हें अपनी बेटी कंगना पर नाज है. उन्होंने कहा कि कंगना की बात उसकी बहन रंगोली और भाई से हुई है, लेकिन अभी तक उनसे बात नहीं हुई है. साथ ही कंगना की बहन रंगोली ने भी सोशल मीडिया में मात्र 32 साल की उम्र में कंगना को पद्मश्री की घोषणा पर खुशी जाहिर की है.
बता दें कि पद्मश्री अवार्ड हर साल गणतंत्र दिवस पर भारत सरकार की ओर से दिया जाता है. ये वो अवार्ड होता है, जो जीवन के विभिन्न क्षेत्र जैसे कला, शिक्षा, उद्योग, साहित्य, विज्ञान, खेल, चिकित्सा, समाज सेवा और सार्वजनिक जीवन में उनके विशिष्ट योगदान के लिए दिया जाता है.
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