ETV Bharat / city

टेक्सटाइल इंजीनियरिंग पर कार्यशाला आयोजित, उद्योगों में छात्रों के प्रशिक्षण पर दिया गया जोर - कंपोजिट और 3डी बुने हुए

जिला मंडी के जवाहरलाल नेहरू गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज सुंदरनगर में टेक्सटाइल इंजीनियरिंग विभाग द्वारा एक दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया गया.

workshop on textile engineering
author img

By

Published : Sep 22, 2019, 1:06 PM IST

सुंदरनगरः जिला मंडी के जवाहरलाल नेहरू गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज सुंदरनगर में टेक्सटाइल इंजीनियरिंग विभाग द्वारा एक दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. जिसमें कपड़ा उद्योग के क्षेत्र में नवाचार और उभरते रुझान के बारे में विस्तार से चर्चा की गई.

कार्यशाला में सुदेश तिवारी वरिष्ठ उपाध्यक्ष दीप स्पिनर बद्दी, वीके भट्ट वरिष्ठ महाप्रबंधक अनुसंधान और विकास दीपक स्पिनर्स बद्दी, परमबीर सिंह मल्ही गुरु नानक देव विश्वविद्यालय अमृतसर और सचिन कुमार गुरु नानक देव विश्वविद्यालय अमृतसर ने इस कार्यशाला में अपने विशेषज्ञ से बात की.

वीडियोंं

सुदेश तिवारी वरिष्ठ उपाध्यक्ष दीपक स्पिनर्स बद्दी ने कताई उद्योग में नवीनतम रुझानों पर अपनी विशेषज्ञ बात की. उन्होंने पॉलिएस्टर, विस्कोस और एक्रेलिक जैसे मानव निर्मित फाइबर के कताई के विभिन्न पहलुओं पर जोर दिया. उन्होंने बताया कि इन मानव निर्मित उत्पादों को न केवल परिधानों में इस्तेमाल किया जा रहा है, लेकिन अन्य तकनीकी अनुप्रयोगों जैसे रक्षा, खेल, चिकित्सा, कृषि, ऑटोमोबाइल आदि में प्रयोग में लाए जा रहे हैं.

उन्होंने अपने व्यावहारिक ज्ञान और तकनीकी कौशल को समृद्ध करने के लिए उद्योगों में छात्रों के प्रशिक्षण पर जोर दिया. उन्होंने इस तथ्य पर जोर दिया कि कपड़ा इंजीनियरिंग स्नातकों के लिए पूरे विश्व में हिमाचल प्रदेश के साथ-साथ रोजगार के कई अवसर हैं.

ये भी पढ़ें- आपदा से निपटने के लिए डीसी कांगड़ा ने ली बैठक, बोले- ग्राम स्तर पर गठित होंगी कमेटियां

वीके भट्ट वरिष्ठ महाप्रबंधक अनुसंधान और विकास दीपक स्पिनर्स बद्दी ने फाइबर डाइंग के नवीनतम रुझानों और फाइबर डाइंग के गुणवत्ता पहलुओं पर अपने विशेषज्ञ से बात की. गुरु नानक देव विश्वविद्यालय अमृतसर से परमबीर सिंह मल्ही ने कपड़ा प्रसंस्करण प्रौद्योगिकी में मौजूदा चुनौतियों पर अपनी विशेषज्ञ बात की. उन्होंने कपड़ा क्षेत्र से जुड़ी पारिस्थितिक समस्याओं से निपटने के लिए पर्यावरण के अनुकूल समाधानों पर ध्यान केंद्रित किया.

गुरु नानक देव विश्वविद्यालय अमृतसर से सचिन कुमार ने कंपोजिट और 3डी बुने हुए ढांचे और उनके अनुप्रयोगों पर अपना व्याख्यान दिया. 3डी बुने हुए कपड़े हल्के वजन के कपड़े, इंजन रोटार, विमान ढांचे और एयरोस्पेस अनुप्रयोगों के लिए कम लागत वाले विकल्प के रूप में उपयोग करते हैं.

ये भी पढ़ें- कॉरपोरेट टैक्स घटने से शिमला के होटलियर्स खुश, प्रदेश में बढ़ेगा पर्यटन कारोबार

सुंदरनगरः जिला मंडी के जवाहरलाल नेहरू गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज सुंदरनगर में टेक्सटाइल इंजीनियरिंग विभाग द्वारा एक दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. जिसमें कपड़ा उद्योग के क्षेत्र में नवाचार और उभरते रुझान के बारे में विस्तार से चर्चा की गई.

कार्यशाला में सुदेश तिवारी वरिष्ठ उपाध्यक्ष दीप स्पिनर बद्दी, वीके भट्ट वरिष्ठ महाप्रबंधक अनुसंधान और विकास दीपक स्पिनर्स बद्दी, परमबीर सिंह मल्ही गुरु नानक देव विश्वविद्यालय अमृतसर और सचिन कुमार गुरु नानक देव विश्वविद्यालय अमृतसर ने इस कार्यशाला में अपने विशेषज्ञ से बात की.

वीडियोंं

सुदेश तिवारी वरिष्ठ उपाध्यक्ष दीपक स्पिनर्स बद्दी ने कताई उद्योग में नवीनतम रुझानों पर अपनी विशेषज्ञ बात की. उन्होंने पॉलिएस्टर, विस्कोस और एक्रेलिक जैसे मानव निर्मित फाइबर के कताई के विभिन्न पहलुओं पर जोर दिया. उन्होंने बताया कि इन मानव निर्मित उत्पादों को न केवल परिधानों में इस्तेमाल किया जा रहा है, लेकिन अन्य तकनीकी अनुप्रयोगों जैसे रक्षा, खेल, चिकित्सा, कृषि, ऑटोमोबाइल आदि में प्रयोग में लाए जा रहे हैं.

उन्होंने अपने व्यावहारिक ज्ञान और तकनीकी कौशल को समृद्ध करने के लिए उद्योगों में छात्रों के प्रशिक्षण पर जोर दिया. उन्होंने इस तथ्य पर जोर दिया कि कपड़ा इंजीनियरिंग स्नातकों के लिए पूरे विश्व में हिमाचल प्रदेश के साथ-साथ रोजगार के कई अवसर हैं.

ये भी पढ़ें- आपदा से निपटने के लिए डीसी कांगड़ा ने ली बैठक, बोले- ग्राम स्तर पर गठित होंगी कमेटियां

वीके भट्ट वरिष्ठ महाप्रबंधक अनुसंधान और विकास दीपक स्पिनर्स बद्दी ने फाइबर डाइंग के नवीनतम रुझानों और फाइबर डाइंग के गुणवत्ता पहलुओं पर अपने विशेषज्ञ से बात की. गुरु नानक देव विश्वविद्यालय अमृतसर से परमबीर सिंह मल्ही ने कपड़ा प्रसंस्करण प्रौद्योगिकी में मौजूदा चुनौतियों पर अपनी विशेषज्ञ बात की. उन्होंने कपड़ा क्षेत्र से जुड़ी पारिस्थितिक समस्याओं से निपटने के लिए पर्यावरण के अनुकूल समाधानों पर ध्यान केंद्रित किया.

गुरु नानक देव विश्वविद्यालय अमृतसर से सचिन कुमार ने कंपोजिट और 3डी बुने हुए ढांचे और उनके अनुप्रयोगों पर अपना व्याख्यान दिया. 3डी बुने हुए कपड़े हल्के वजन के कपड़े, इंजन रोटार, विमान ढांचे और एयरोस्पेस अनुप्रयोगों के लिए कम लागत वाले विकल्प के रूप में उपयोग करते हैं.

ये भी पढ़ें- कॉरपोरेट टैक्स घटने से शिमला के होटलियर्स खुश, प्रदेश में बढ़ेगा पर्यटन कारोबार

Intro:सुंदरनगर में टेक्सटाइल इंजीनियरिंग पर कार्यशाला आयोजित, कपड़ा इंजीनियरिंग स्नातकों से पैदा होगे रोजगार के अवसर



Body:एकर : जवाहरलाल नेहरू गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज सुंदरनगर के टेक्सटाइल इंजीनियरिंग विभाग ने कपड़ा में नवाचार और उभरते रुझान पर एक दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया। सुदेश तिवारी वरिष्ठ उपाध्यक्ष दीप स्पिनर बद्दी, वीके भट्ट वरिष्ठ महाप्रबंधक अनुसंधान और विकास दीपक स्पिनर्स बद्दी, परमबीर सिंह मल्ही गुरु नानक देव विश्वविद्यालय अमृतसर और सचिन कुमार गुरु नानक देव विश्वविद्यालय अमृतसर ने इस कार्यशाला में अपने विशेषज्ञ से बात की। सुदेश तिवारी वरिष्ठ उपाध्यक्ष दीपक स्पिनर्स बद्दी ने कताई उद्योग में नवीनतम रुझानों पर अपनी विशेषज्ञ बात की। उन्होंने पॉलिएस्टर, विस्कोस और एक्रेलिक जैसे मानव निर्मित फाइबर के कताई के विभिन्न पहलुओं पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि इन मानव निर्मित न केवल परिधानों में किया जा रहा है। लेकिन अन्य तकनीकी अनुप्रयोगों जैसे रक्षा, खेल, चिकित्सा, कृषि, ऑटोमोबाइल आदि में उन्होंने अपने व्यावहारिक ज्ञान और तकनीकी कौशल को समृद्ध करने के लिए उद्योगों में छात्रों के प्रशिक्षण पर जोर दिया। उन्होंने इस तथ्य पर जोर दिया कि कपड़ा इंजीनियरिंग स्नातकों के लिए पूरे विश्व में हिमाचल प्रदेश के साथ.साथ रोजगार के कई अवसर हैं। वीके भट्ट वरिष्ठ महाप्रबंधक अनुसंधान और विकास दीपक स्पिनर्स बद्दी ने फाइबर डाइंग के नवीनतम रुझानों और फाइबर डाइंग के गुणवत्ता पहलुओं पर अपने विशेषज्ञ से बात की। उन्होंने देश के विभिन्न कपड़ा उद्योगों में अपने 33 लंबे कैरियर के आधार पर प्रतिभागियों के बीच अपने अनुभव साझा किए। गुरु नानक देव विश्वविद्यालय अमृतसर से परमबीर सिंह मल्ही ने कपड़ा प्रसंस्करण प्रौद्योगिकी में मौजूदा चुनौतियों पर अपनी विशेषज्ञ बात की। उन्होंने कपड़ा क्षेत्र से जुड़ी पारिस्थितिक समस्याओं से निपटने के लिए पर्यावरण के अनुकूल समाधानों पर ध्यान केंद्रित किया। गुरु नानक देव विश्वविद्यालय अमृतसर से सचिन कुमार ने कंपोजिट और 3डी बुने हुए ढांचे और उनके अनुप्रयोगों पर अपना व्याख्यान दिया। 3डी फैब्रिक एक फैब्रिक है, जो घटक यार्न को तीन पारस्परिक रूप से विमान संबंधों में निपटाया जाना चाहिए। तीन आयामी फाइबर वास्तुकला और शून्य समेट के साथ बुने हुए कपड़े मिश्रित सामग्री के लिए सबसे उपयुक्त हैं। 3डी बुने हुए कपड़े हल्के वजन के कपड़े, इंजन रोटार, विमान ढांचे और एयरोस्पेस अनुप्रयोगों के लिए कम लागत वाले विकल्प के रूप में उपयोग करते हैं। संस्थान के निदेशक प्रो. विनोद कुमार ने बताया कि एक दिन के राष्ट्रीय कार्यशाला में लगभग 120 प्रतिभागियों ने भाग लिया, जिसमें 3 तकनीकी सत्र थे। कार्यशाला में प्रो. विवेक शर्मा, अमित कुमार, प्रवीण कुमार, प्रिया जसवाल, उर्वशी मल्होत्रा, प्रीति गौतम, अंकुश शर्मा, दिनेश गौतम, गौरव ग्रोवर, अजय व अक्षय समेत अन्य मौजूद रहे।Conclusion:बाइट : संस्थान के निदेशक प्रो. विनोद कुमार
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.