मंडी: हिमाचल पेंशनर्स फेडरेशन ने सरकार व विद्युत विभाग की कार्यप्रणाली पर आरोप लगाया है कि स्मार्ट मीटर लगाने की योजना से उपभोक्ताओं को लूटा जा रहा है. हिमाचल पेंशनर फेडरेशन सुंदरनगर के अध्यक्ष निरंजन सिंह वर्मा ने प्रदेश में बिजली के स्मार्ट मीटर लगाने की योजना को उपभोक्ताओं से लूट करार दिया है.
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के विद्युत विभाग में चोरी की रोकथाम की आड़ लेकर स्मार्ट मीटर लगाने की योजना की हिमाचल राज्य में कोई आवश्यकता नहीं है. प्रदेश में बिजली की कोई चोरी नहीं होती उपभोक्ता सामान्य रूप से 300-400 यूनिट बिजली से अधिक खर्च भी नहीं करते है.
उन्होंने आरोप लगाया कि स्मार्ट मीटर लगाने से शुरू में भले ही सरकार योगदान कर रही हो, लेकिन बाद में खराबी आने पर मरम्मत करने पर वह दोबारा मीटर बदलने व लगाने के लिए उपभोक्ता एक-एक मीटर पर तीन-तीन हजार की राशि खर्च नहीं कर सकता.
उन्होंने सरकार के इस कदम का कड़ा विरोध जताते हुए आरोप लगाया कि सरकार व विभाग अपने लाभ के लिए ऐसे हथकंडे अपनाकर गरीबों को लूट रहा है, जो अनुचित है. उन्होंने सरकार से मांग की कि सरकार इस पर विचार करें और तुरंत प्रभाव से इसे रद्द किया जाए नहीं तो वे सड़कों पर उतरकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे.