मंडी: सीएम जयराम ठाकुर के ड्रीम प्रोजेक्ट बल्ह घाटी में प्रस्तावित अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के निर्माण को लेकर कवायद तेज हो गई है. हवाई अड्डे निर्माण को लेकर सर्वे का दौर जारी है. अब अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के निर्माण में पेश आने वाले अवरोधकों को लेकर सर्वे किया गया है.
हाल ही में सर्वे टीम ने प्रस्तावित जगह में पेश आने वाले अवरोधकों का जायजा लिया. जिसकी रिपोर्ट सरकार को पेश की जाएगी. दिसंबर 2018 में भी एक टीम अवरोधकों को लेकर सर्वे कर चुकी है. अब फिर से कुछ सदस्यों के साथ टीम ने फॉलोअप सर्वे किया है.
अब तक सर्वे में सामने आया है कि पावर लाइन, पहाड़, सड़कें मुख्य अवरोधक हैं. इसके बारे में ही टीम सदस्यों ने मौके पर जायजा लिया और राज्य सरकार को इसकी जानकारी दी. तकनीकी टीम ने बारीकी से हर पहलू को ध्यान में रखते हुए जांच परख की ताकि हवाई अड्डे में जहाज की लैंडिंग व टेक ऑफ के वक्त कोई दिक्कत न आए. टीम पता लगा रही है कि अवरोधकों को दूर करने के लिए क्या किया जाए. सर्वे में सामने आए अवरोधकों को टीम ने प्रशासन के ध्यान में भी लाया है.
बता दें कि मंडी जिला की बल्ह घाटी में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बनाने की कवायद सीएम जयराम ठाकुर के माध्यम से शुरू हुई है. यह प्रोजेक्ट सीएम जयराम ठाकुर के अपने गृह जिला के लिए ड्रीम प्रोजेक्ट में से एक है. इस प्रोजेक्ट को धरातल स्तर पर उतारने के लिए सर्वे का दौर जारी है. तकनीकी टीमें मौके पर पहुंच कर जायजा ले रही हैं ताकि बाद में दिक्कतें पेश न आएं.
डीसी मंडी ऋग्वेद ठाकुर ने बताया कि प्रस्तावित एयरपोर्ट को लेकर डीजीसीए की टीम ने हाल ही में सर्वे किया है. इस सर्वे का उद्देश्य पेश आने वाले अवरोधकों की जानकारी देना रहा है. डीसी ऋग्वेद ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार के आगामी निर्देशानुसार कार्रवाई अमल पर लाई जाएगी.