मंडीः शहर के थनेहड़ा वार्ड में दो होटलों को संस्थागत क्वारंटाइन सेंटर बनाने का लोगों ने विरोध किया है. पार्षद उर्मिला शर्मा की अगुवाई में इस वार्ड के लोगों ने मंगलवार को उपायुक्त ऋग्वेद ठाकुर के पास अपनी आपत्ति जताते हुए ज्ञापन सौंपा.
उन्होंने मांग की है कि थनेहड़ा वार्ड के प्रवेश द्वार पर स्थित जिन दो होटलों को संस्थागत क्वारंटाइन सेंटर बनाने जा रहा है. वहां लोगों का आना-जाना बहुत ज्यादा लगा रहता है. लिहाजा तुरंत इस फैसले को वापस लिया जाए. उन्होंने कहा कि यह वार्ड का प्रवेश द्वार है और यहां दोपहिया वाहनों की पार्किंग के साथ दोनों होटलों के रिसेप्शन हैं. यहां पीपल का एक पेड़ हैं, जिसे लोग पूजते हैं और हर वक्त यहां लोगों का आना-जाना लगा रहता है.
लिहाजा इस भीड़ भाड़ वाले वार्ड के प्रवेश द्वार पर संस्थागत क्वारंटाइन सेंटर बनाना उचित नहीं है. पार्षद का कहना है कि इस बारे में उन्हें करीब 200 लोगों ने अपनी आपत्ति लिख कर दी है. सभी का कहना है कि यहां से लोगों का आना जाना लगा रहता है और ऐसे में बाहरी प्रदेशों से आने वाले लोगों को यहां संस्थागत क्वारंटाइन करना उचित नहीं है.
कोरोना महामारी को लेकर लोगों में पहले ही भय का माहौल है और घनी आबादी में बाहर से आने वाले लोगों को इस स्थान पर ठहराना उचित नहीं है. जिस प्रकार से प्रदेश में रोज नए कोरोना संक्रमण के मामले बाहर से आने वाले लोगों में सामने आ रहा हैं तो, उस हिसाब से इन लोगों को शहर से बाहर एकांत जगह में ही रखना ठीक रहेगा. उन्होंने कहा कि अगर ये फैसला वापस नहीं लिया गया तो लोगों को मजबूरन प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन करना पड़ सकता है.
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