मंडी: बीते दिन पंचायत सचिव, तकनीक सहायकों और ग्राम रोजगार सेवकों के साथ हुई बैठक में बीडीओ राजेंद्र सिंह टेजटा ने सभी फील्ड स्टाफ को सभी पेंडिंग कार्यों को एक महीने में पूरा करने के आदेश जारी किए हैं. इसके अलावा बीडीओ ने सभी 54 पंचायतों में मनरेगा के तहत चल रहे विकासकार्यों पर भी रिपोर्ट ली.
दरअसल करसोग उपमंडल में मनरेगा के कार्यों में बरती जा रही सुस्ती से बीडीओ नाराज है. सरकार की सभी योजना को धरातल पर उतारने के लिए बीडीओ गुरुवार को तेवन और सराहन पंचयात में चार दिन के दौरे पर रहेंगे. इस दौरान फील्ड में पेंडिंग चल विकासकार्यों का निरीक्षण किया जाएगा.
31 मार्च को समाप्त हुए वित्त वर्ष में तैयार की गई रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि करसोग की 54 पंचायतों में मनरेगा के 550 ऐसे काम हैं, जो लोगों ने शुरू तो कर दिए थे, लेकिन तय समयावधि में इन कार्यों को समाप्त नहीं किया गया. बीडीओ ऑफिस की सूची में पेंडिंग चल रहे काम की वजह से पंचायतों में और लोगों को नए काम के लिए मस्टररोल जारी करने में भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
वित्त वर्ष 2019-20 की बात करें तो 54 पंचायतों में विकासकार्य के लिए 103 करोड़ 94 लाख 75 हजार का बजट अप्रूव हुआ है, जिसके तहत मनरेगा के कुल 10,249 विकासकार्य पूरे किए जाएंगे. इस बार चालू वित्त वर्ष 2019-20 में टॉप की पांच पंचायतों में सबसे अधिक 8 करोड़ 3 लाख रुपये महोग पंचायत विभिन्न-विभिन्न विकासकार्य पर खर्च किये जाएंगे. जिसके तहत मनरेगा के कुल 827 योजनाएं पूरी की जाएगी.
बीडीओ राजेंद्र सिंह टेजटा ने बताया कि सभी फील्ड स्टाफ को पेंडिंग कार्यों को पूरा करने के लिए एक महीने वक्त दिया गया है. उन्होंने बताया कि गुरूवार को वो खुद फील्ड में जाकर विकासकार्यों का निरीक्षण करेंगे और फील्ड अधिकारियों को योजना समय पर शुरू करने के भी निर्देश दिए गए हैं.