सुंदरनगर: वैश्विक महामारी कोरोना की वजह से लॉकडाउन में भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड की बीएसएल परियोजना सुंदरनगर इकाई के कर्मचारियों ने कड़ी मेहनत कर परियोजना के काम को किया है. जिससे इस बार बिजली के उत्पादन में लक्ष्य से अधिक उत्पादन हुआ है. साथ ही बिजली, पानी समेत अन्य जरूरतमंद की सुविधाओं को आवश्यक वस्तुओं की श्रेणी में शामिल किया है.
परियोजना सुंदरनगर के उपमुख्य अभियंता विमल कुमार मीणा ने बताया कि इस लॉकडाउन के दौरान परियोजना के अधिकारियों और कर्मचारियों ने असहाय और गरीब वर्ग के करीब 4600 लोगों को खाना खिलाया है और बीबीएमबी के अस्पतालों में आइसोलेट स्थापित किए गए हैं. साथ ही प्रशासन के निर्देश अनुसार बीबीएमबी के कर्मचारियों ने फायर बिग्रेड के वाहन के जरिए सुंदरनगर शहर के विभिन्न हिस्सों को सैनिटाइज करने में अपना योगदान दिया है.
विमल कुमार मीणा ने कहा कि बीबीएमबी परियोजना के अधिकारी और कर्मचारियों ने पूरी निष्ठा के साथ अपनी ड्यूटी निभाई है और ये काम प्रशासन के दिशा-निर्देशों के तहत आगे भी जारी है. उन्होंने कहा कि वर्तमान में परियोजना के ऑफिस में क्लास वन और क्लास टू ऑफिसर ही नियमित रूप से आ रहे हैं और बीबीएमबी के चेयरमैन वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से मीटिंग करके हर दिन फीडबैक ले रहे हैं.
उपमुख्य अभियंता ने बताया कि बीबीएमबी परियोजना के कर्मचारियों ने दो दिन की वेतन करीब 2 करोड़ रुपये बीएमबी चेयरमैन द्वारा पीएम केयर फंड में जमा करवाई है. उन्होंने बताया कि बग्गी पावर हाउस की डीपीआर का काम चल रहा था, लेकिन महामारी के चलते अब नए सिरे से डीपीआर तैयार किया जा रहा है.
विमल कुमार मीणा ने कहा कि पहली जून से सरकार की ओर से मिली छूट से शहर के विभिन्न हिस्सों में विकास कार्य शुरू किए गए हैं, जिसमें कॉलोनी में पेवर से फुटपाथ बनाने और बाडबंदी को लेकर दीवारों के निर्माण कार्य हुए हैं. साथ ही फील्ड गेस्ट हाउस को भी अपग्रेड किया जा रहा है.
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