करसोग/मंडीः जिला में सेब सीजन शुरू हो चुका है. वीरवार को करसोग के चुराग सब्जी मंडी में टाइडमैन वैराइटी का सेब 1650 रुपये प्रति पेटी बिका. पिछली साल की तुलना में सेब का ये भाव 350 रुपये पेटी अधिक रहा. हालांकि इस बार सर्दियों में हुई बेमौसमी बारिश के कारण सेब की सेटिंग बहुत कम है, लेकिन अच्छे रेट मिलने से बागवान काफी खुश नजर आए.
चुराग मंडी में इन दिनों माहूंनाग, चुराग, बखरौट, सेरी, महोग व स्यांज बगड़ा आदि क्षेत्रों से सेब मंडियों में आ रहा है. चुराग सब्जी मंडी में 1 हजार से सेब की बोली शुरू हुई और 1650 रुपये पर बंद हुई. ऐसे में सीजन के शुरुआती दौर में ही सेब के अच्छे भाव ने बागवानों की जेब भर दी है. बता दें कि बागवानों को ये भाव घरद्वार पर ही मिल रहे हैं.
बागवानों को मंडियों तक सेब पहुंचाने के लिए अधिक किराया भी नहीं चुकाना पड़ रहा. आढ़तियों का कहना है कि शुरुआती चरण में ही इस बार सेब काफी अच्छे रेट में बिक रहा है.आने वाले दिनों में जैसे सीजन रफ्तार पकड़ेगा तो सेब का भाव अभी और बढ़ सकते हैं. करसोग में इस बार सेब का उत्पादन 8 लाख पेटी रहने का अनुमान लगाया गया है. पिछली साल के मुकाबले ये उत्पादन आधा बताया जा रहा है.
तूफान से 1 लाख पेटियों का नुकसान
करसोग में पिछले दिनों आये तूफान ने भारी तबाही मचाई है. बागवान विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक तूफान के कारण करीब 1 लाख पेटी सेब बर्बाद हो गया है. जिसकी रिपोर्ट तैयार कर सरकार को भेज दी गई है. करसोग में पिछले दिनों 8 लाख पेटी सेब उत्पादन रहने का अनुमान लगाया गया था, लेकिन तूफान के बाद ये उत्पादन अब घटकर 7 लाख पेटी रह जाएगा.
पिछली साल की बात की जाए तो करसोग में सेब उत्पादन 14 लाख पेटी से अधिक रहा था, जो एक रिकॉर्ड था. हालांकि सेब के अच्छे रेट मिलने से कम उत्पादन रहने का संकट काफी हद तक दूर हो सकता है. इस बार कम पैदावार रहने से बागवानों ने भी मंडियों में सेब की अच्छी कीमत मिलने की उम्मीद जताई है.
जेडीबी आढ़त के मालिक हेमराज का कहना है कि चुराग मंडी में सेब 1650 रुपये पेटी तक बिका. उन्होंने कहा कि पिछली साल की तुलना में सेब 350 रुपए पेटी अधिक बिका है. उन्होंने बागवानों से चुराग मंडी में अधिक से अधिक सेब लाने की अपील की है.
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