मंडी: बुधवार को सराज घाटी में हुई भारी ओलावृष्टि से बागवान व किसानों की फसलों पर कहर बनकर टूटी. दरअसल भारी ओलावृष्टि से नकदी फसल भी नष्ट हो गई है और सेब के बागवानों को भारी नुकसान हुआ है, जिससे बागवान चिंतित हो गए हैं.
बता दें कि सराज घाटी में आय का मुख्य जरिया बागवानी ही है. खलवाहण पंचायत के धलूट, डीडर, झमाच, लुझागी और वागी में भारी ओलावृष्टि ने कहर बरपाया है.
स्थानीय किसान व बागवान ने बताया कि बुधवार को हुई भारी ओलावृष्टि ने उनकी मेहनत पर पानी फेर दिया है. ऐसे में किसान बागवानों को उनकी फसल का खर्चा पूरा कर पाना मुश्किल होगा. उन्होंने बताया कि कड़ी मेहनत करके उन्होंने फसल लगाई थी, लेकिन मौसम के खराब रूख ने उन्हें चिंता में डाल दिया है.
बागवानी विशेषज्ञ एसपी भारद्वाज ने बताया कि इन दिनों ओलावृष्टि नकदी फसलों व फल उत्पादन के लिए ठीक नहीं है. उन्होंने बताया कि किसान, बागवान अपनी फसल को ओलावृष्टि से बचाने के लिए नेट का उपयोग कर सकते हैं.